धोखाधडी मामले में 14 बैंक खातों के 1.87 करोड रुपए सीज
अकोला साइबर पुलिस ने की कार्रवाई
अकोला /दि. 28– आज के युग में इंटरनेट जीवन का अविभाज्य अंग बन गया है. इंटरनेट के माध्यम से मानव जीवन आसान हो गया है. वहीं अधूरी जानकारी के कारण इसका इस्तेमाल करने से खतरे भी बढ गए है. साइबर अपराधी इसका फायदा उठाकर लोगों को आर्थिक एवं सामाजिक नुकसान पहुंचा रहे है. विगत 24 जनवरी को शिकायतकर्ता डॉ. जयंतीलाल वाघेला ने सिविल लाइन पुलिस थाना और ऑनलाइन साइबर पुलिस पोर्टल पर शिकायत की थी कि, उन्होंने एक व्यक्ति का फोन कॉल अटेंड किया था. जिसमें उस व्यक्ति ने शेयर मार्केट ट्रेडिंग में अपना पैसा लगाने की बात बताकर पांच दिन में 5 से 10 हजार रुपए मुनाफा कमाने की बात कहीं थी. उसकी बातों में आने के बाद पंकज का ट्रेडिंग अकाऊंट खोला गया. उक्त व्यक्ति के कहे अनुसार कर कोड के माध्यम से शिकायतकर्ता ने उस व्यक्ति के बताए अनुसार विभिन्न बैंक खातों में नेफ्टी आरटीजीएस द्वारा रकम भरनी शुरू की थी. शिकायतकर्ता ने कुल 64 लाख 50 हजार रुपए भेजे, परंतु शिकायतकर्ता को रकम लगाने पर भी किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं मिली. जिसके बाद शिकायतकर्ता ने उस व्यक्ति से रकम मांगी, तब शिकायतकर्ता को जान से मारने की धमकी दी गई और 2 करोड 60 लाख रुपए की मांग की गई.
शिकायतकर्ता को पता चला कि, उनके साथ ऑनलाइन धोखाधडी की गई है. उन्होंने तुरंत साइबर सेल से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई. जिस पर साइबर पुलिस ने शिकायतकर्ता के रुपए कहां जमा किए गए है, इसकी जानकारी लेकर तुरंत बैंक खाते और संबंधित कई राज्यों की कुल 9 बैंकों के साथ पत्र व्यवहार कर भरे गए पैसों को सीज किया गया. इसी प्रकार 14 बैंक खातों के 1 करोड 87 लाख रुपए सीज करने में अकोला साइबर पुलिस अधीक्षक बच्चन सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक अभय डोंगरे के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक विजय नाफडे, पुलिस कांस्टेबल गजानन केदारे, अतुल अजने, आशीष आमले ने की. अकोला साइबर सेल ने नागरिकों से आवाहन किया है कि, अपने बैंक खाते, क्रेडिट कार्ड अथवा एटीएम कार्ड की व्यक्तिगत जानकारी किसी को भी फोन के माध्यम से ना दें. ऑनलाइन एप से अनजान व्यक्ति के साथ आर्थिक व्यवहार करते समय उसकी पूरी तरह से जानकारी लें और अपने आप को आर्थिक धोखाधडी से बचाएं.