अकोला

पर्युषण पर्व के समापन पर जैन मंदिर में सम्मेद शिखरजी पूजन

भाविकों ने ऑनलाइन लिया पूजा का लाभ

अकोला प्रतिनिधि/दि.९- स्थानीय पुराने शहर में स्थित पाश्र्वनाथ जैन मंदिर में पर्युषण पर्व उत्साह के साथ मनाया गया था. जिसमें समापन के अवसर पर श्री सम्मेद शिखरजी पूजन का आयोजन किया गया था. कोरोना संक्रमण को लेकर सभी भाविकों ने पूजन का लाभ ऑनलाइन अपने घर पर रहकर लिया. जैन धर्मियों में पर्युषण पर्व का बडा ही महत्व है. इस पर्व को आत्मशुद्धी का पर्व भी कहा जाता है. पर्युषण पर्व के दौरान जैन धर्मी उत्तम क्षमा, मार्दव, आर्जव,सत्य, शौच, संयम, तप,त्याग व ब्रम्हचर्य का पालन करते है और आत्मकल्याण साधने का प्रयास करते है.
पर्युषण पर्व पर शास्त्रपठन, प्रवचन आदि धार्मिक कार्यक्रमों की धूम रहती है. किंतु इस साल कोरोना प्रादुर्भाव के चलते भाविकों ने मंदिर न आकर ऑनलाइन ही दर्शन, पूजन व अभिषेक का लाभ उठाया. यह सभी धार्मिक कार्यक्रम मंदिर संस्थान के उपाध्यक्ष संदीप उनवणे के मार्गदर्शन में किए गए थे. चार महीने चले इस पर्युषण पर्व का सम्मेद शिखरजी की पूजा कर समापन किया गया. पर्युषण पर्व को सफल बनाने के लिए मंदिर संस्थान के अध्यक्ष रवींद्र उन्होंने, उपाध्यक्ष संदीप उनवणे, सचिव मधुकरराव फुलंबरकर, महावीर गवारे, शैलेश सोनोणे, नितिन फुलंबरकर, स्वप्रील जुराफे,नितिन फुरसुले ने अथक प्रयास किए.

Related Articles

Back to top button