अकोलामहाराष्ट्र

महाकुंभ मेला के कार्यकाल में ‘समृद्धि’ पर दुर्घटनाओं की श्रृंखला

वाशिम जिले में महामार्ग पर 47 दिनों में 65 दुर्घटना

अकोला /दि.1– प्रयागराज में हुए महाकुंभ मेले में जाने के लिए हिंदू हृदयसम्राट बालासाहब ठाकरे समृद्धि महामार्ग का भारी संख्या में इस्तेमाल हुआ. इस अवधि मेें समृद्धि महामार्ग पर दुर्घटनाएं भी काफी घटित हुई. केवल वाशिम जिले में 47 दिनों में गंभीर स्वरुप और छोटी-बडी 65 दुर्घटना हुई है. इस दुर्घटना में 7 लोगों की मृत्यु हुई तथा 67 लोग घायल हुए. लगातार वाहन चलाये जाने से अनेक दुर्घटनाएं वाहन चालकों की लापरवाही के कारण होने की बात प्रकाश में आयी है.
मुंबई से नागपुर 701 किमी का सफर केवल 8 घंटे में पूरा करने के मकसद से समृद्धि महामार्ग तैयार किया गया. 10 जिलों के 390 गांव को यह महामार्ग जोडता है. अत्याधुनिक तरीके से समृद्धि महामार्ग तैयार किया गया है. नियमित घटित होने वाली दुर्घटनाओं के कारण इस महामार्ग की सुरक्षा के लिए प्रश्नचिन्ह लग गया है. दुर्घटना के लिए वाहन चालक की गलती के साथ ही विविध कारण सामने आये है. इसके लिए उपाय योजना भी की गई. फिर भी दुर्घटनाओं का प्रमाण कम नहीं हुआ है. प्रयागराज का महाकुंभ मेला हाल ही में संपन्न हुआ. इस महाकुंभ में जाने के लिए राज्य के श्रद्धालुओं ने बडी संख्या में समृद्धि महामार्ग का इस्तेमाल किया. इस दौरान समृद्धि पर वाहनों की संख्या में भी काफी बढोत्तरी दर्ज की गई. साथ ही समृद्धि महामार्ग पर दुर्घटनाएं भी काफी हुई. यह समृद्धि महामार्ग वाशिम जिले से जाता है. वाशिम जिले में पिछले 47 दिनों में समृद्धि महामार्ग पर अलग-अलग स्थानों पर 65 दुर्घटनाएं हुई है. इन दुर्घटनाओं में 7 लोगों की मृत्यु तथा 67 लोग घायल होने की जानकारी सूत्रों ने दी है. 10 जनवरी से 26 फरवरी तक गंभीर दुर्घटनाएं 5 हुई और छिटपूट 24 दुर्घटनाओं में 44 लोग घायल हुए. समृद्धि पर जिले में घटित 36 दुर्घटनाएं ऐसी है, जिसमें किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. समृद्धि महामार्ग पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यंत्रणा के सामने बडी चुनौति निर्माण हुई है.

* चालक की झपकी से दुर्घटनाओं का प्रमाण अधिक
समृद्धि महामार्ग से सफर बिना दुविधा के पूर्ण होता है, इस कारण वाहन चालक भी बिनधास्त रहते है. सफर जल्द पूरा करने के लिए चालक स्टापेज न लेते हुए अनेक घंटें वाहन चलाते है. थकान के कारण चालक को झपकी आने से दुर्घटनाएं घटित होती है. महाकुंभ मेले के लिए गये श्रद्धालु और अन्य वाहनों की दुर्घटनाएं चालकों को झपकी आने से ही हुई है. इस कारण समृद्धि पर सफर करते समय वाहन चालक को सावधानी बरतना आवश्यक है.

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