* फसलों को नुकसान, अनेक मकानों में घुसा बाढ का पानी
अमरावती/अकोला/दि.20- पिछले दो दिनों से विदर्भ के अनेक जिलों में बारिश का कहर जारी है. सडकों के ऊपर से बारिश का पानी बहता रहने से अनेक गांव का संपर्क टूट गया है. पश्चिम विदर्भ में 11 तहसीलों में अतिवृष्टि हुई है. इस कारण नदी-नालों में बाढ आने से किनारों पर स्थित खेतों की मिट्टी बह जाने से फसलों को नुकसान हुआ है. इस आपदा में अनेक मकानों को क्षति पहुंची हैं. अकोला, वाशिम, बुलढाणा जिले में बाढ के कारण अनेक गांव का संपर्क टूट गया है.
आतनुर बांध के बैक वॉटर के कारण मलकापुर तहसील के गांव प्रभावित होने की संभावना को देखते हुए इस बांध के 41 दरवाजे खोल दिए गए हैं. इसमें से 1 लाख 56 हजार क्यूसेक पानी छोडना शुरु है. मलकापुर परिसर में जलजमाव होने से नांदूरा मार्ग का यातायात ठप हो गया है. मलकापुर तहसील के पांच गांव का संपर्क टूटा है. वाशिम जिले की उमा नदी में आई बाढ के कारण करीबन 500 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र मे जलजमाव होने से परिसर के किसानों पर दुबारा बुआई का संकट आन पडा है. गणेशपुर की अडान नदी में बाढ आने से तराला, मसोला, पिंपरी खरबी, शेलुबाजार गांव का संपर्क टूट गया था.
* अंकुरित फसलें पानी में
अकोला जिले में बुधवार को बारिश ने कहर ढा दिया. नदी-नालों के तट पर स्थित मकानों में पानी घुस गया. फसले भी बह गई. अंकुरित फसलें पानी में डूब गई. मूर्तिजापुर, बार्शीटाकली और अकोला तहसील में अतिवृष्टि और बाढ के कारण प्राथमिक अनुमान के मुताबिक 14 हजार से अधिक हेक्टयर क्षेत्र की फसलों को नुकसान पहुंचा है. खरब ढोरे में आई बाढ में फंसे किसान को पिंजर के आपातकालीन दल ने सकुशल बचा लिया. तेल्हारा तहसील में अतिवृष्टि दर्ज की गई. जिले में 515 हेक्टेयर क्षेत्र की खेत जमीन को नुकसान पहुंचा है.
* अतिवृष्टि हुए इलाके
अकोला जिले में तेल्हारा तहसील में 103.8 मिमी, यवतमाल जिले में वणी तहसील में 97.3 मिमी, मालेगांव 137.3 मिमी, झरी-जामनी 73.8 मिमी, केलापुर 89.1 मिमी, रालेगांव तहसील में 95.3 मिमी, बुलढाणा जिले में जलगांव जामोद तहसील में 84.5 मिमी, संग्रामपुर 76.2 मिमी, शेगांव 91 मिमी, मलकापुर तहसील में 81.1 मिमी, वाशिम जिले में आनेवाले मंगरुलपीर तहसील में 78.8 मिमी बारिश दर्ज हुई है. विभाग में अब तक औसतन 87.5 फीसद बारिश दर्ज हुई है.
* दीवार ढहने से पिता की मौत, बेटा घायल
नांदूर तसहील के मामूलवाडी में अतिवृष्टि के कारण दीवार ढहने से पिता की मौत हो गई. इस घटना में बेटा घायल हो गया. यह घटना 19 जुलाई की सुबह हुई. अल्पभूधारक किसान प्रताप नामदेव गावंडे (60) और उसका बेटा शुभम गावंडे दूध निकालने के लिए घर के पीछे गए थे. मंदिर की दीवार ढहने से दोनों मिट्टी के मलबे के नीचे दब गए. ग्रामवासियों से उन्हें मलबे से बाहर निकाला लेकिन प्रताप गावंडे की मृत्यु हो गई.
* यवतमाल जिले की पांच तहसीलों में अतिवृष्टि
मंगलवार की रात से यवतमाल जिले में जोरदार बारिश शुरु रही. इस बारिश के कारण जिले के पांच तहसीलों समेत 33 राजस्व मंडल में अतिवृष्टि हुई है. अनेक निचले इलाकों में बाढ का पानी घुस गया है. इस बारिश के कारण सिंचन प्रकल्प के जलसंचय में तेजी से बढोतरी हो रही है. जिले के पुस, अरुणावती और बेंबला प्रकल्प में 45.76 प्रतिशत पानी उपलब्ध है तथा 7 मध्यम प्रकल्पों में 57.46 प्रतिशत जल संग्रहित हुआ है. बुधवार को यवतमाल सहित जिले के विभिन्न इलाकों में भारी वर्षा हुई.
* चंद्रपुर में रिकॉर्ड बारिश
चंद्रपुर शहर में बारिश का कहर शुरु है. मंगलवार को हुई रिकॉर्ड बारिश के बाद बुधवार को भी शहर में धुंआधार बारिश हुई. इस कारण चंद्रपुर शहर में बाढ जैसी परिस्थिति निर्माण हो गई है. बुधवार को सुबह तक 242 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई. गडचिरोली जिले में भी मूसलाधार बारिश शुरु है. अभी अनेक गांव का संपर्क शहर से टूटा हुआ है. पूर्व विदर्भ के चंद्रपुर और गडचिरोली में भारी वर्षा है. ब्रह्मपुरी, गौंडपिंपरी, मूल, पोंभूर्णा, सावली, वरोरा तहसील में भी बारिश जारी है. भामरागढ तहसील में अतिवृष्टि के कारण अनेक गांव का संपर्क टूट गया था. भंडारा शहर में सुबह से 66 मिमी बारिश दर्ज हुई है. अतिवृष्टि के जैसी स्थिति रहने से गोसेखुर्द बांध के 9 दरवाजों से पानी छोडा जा रहा है.
* बारिश का बैकलॉग दूर
दो दिनोें में हुई झमाझम बारिश के कारण पूर्व विदर्भ के सभी जिलोें का बारिश का बैकलॉग दूर हुआ है. भंडारा 31 और गोंदिया जिले में 11 फीसद अधिक बारिश हुई है. गडचिरोली जिला औसतन तक पहुंच गया है. चंद्रपुर 6 फीसद और नागपुर 10 फीसद कमी के साथ सामान्य स्थिति में पहुंचा है. पश्चिम विदर्भ के जिलों में भी जल्द बारिश की कमी दूर होने की संभावना है.