अकोलाअन्य शहरमुख्य समाचारविदर्भ

पहलगाम जाने से पहले ही हुआ आतंकी हमला, अकोला के 30 पर्यटक सुरक्षित

हाउस बोट का आधार

अकोला/दि.24देश में 25 वर्षों में पहली बार हुए सबसे बड़े आतंकवादी हमले में 26 पर्यटकों की मौत से पूरे देश में आक्रोश है. इस बीच, अकोला शहर के 30 पर्यटक और उनके परिवार वाले भाग्यशाली रहे कि यह हमला उनके पहलगाम पहुंचने से पहले हुआ और सभी बाल-बाल बच गए. जब हमला हुआ, तब ये सभी सोनमर्ग में थे और अब श्रीनगर में सुरक्षित है. अकोला स्थित गुरुमाऊली टूर्स एंड ट्रैवल्स के अंबादास सप्रे व पंकज साहू के साथ अकोला शहर के अशोक आमले, गुम्फा आमले, मुग्धा देशमुख, मंगल वैद्य, शुभम डोमकुलवार, वर्षा मराठे, माधुरी दामले, रवींद्र रोही, रजनी रोही, मंगेश अंबरखाने, सुनीता अंबरखाने, अभिषेक शिंगरुप, मंजुश्री शिंगरुप, इंद्राणी शिंगरुप, आरोही शिंगरुप, संदीप सकडकळे, प्रेरणा सकडकळे, गंगा बोरडकर, शुभा कुलकर्णी, शिला भोपले, अशोक बडगुजर, अर्चना बडगुजर, अभिषेक बडगुजर, माया बडगुजर, राजश्री शर्मा, सुनंदा नवले, प्रदीप देव, संगीता देव, पंकज साहू और अंबादास सप्रे जम्मू-कश्मीर घूमने गए थे. इस यात्रा में उन्हें पहलगाम भी जाना था. जम्मू के पर्यटन स्थलों को देखने के बाद वे पहलगाम के लिए रवाना हुए थे,पहलगाम से पहले सोनमर्ग में घूमते समय यह आतंकी घटना हुई. इसके बाद सभी पर्यटकों को श्रीनगर ले जाया गया. बुधवार को सभी घाट क्रमांक 6 के सामने स्थित हाउस बोट में ठहरे हुए हैं और सुरक्षित हैं. इस घटना के बाद कुछ पर्यटकों ने अकोला के डॉ. माधव देशमुख से संपर्क किया. डॉ. देशमुख का श्रीनगर में कार्यालय है और श्रीनगर में देशमुख के सहयोगी फारूख ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अकोला के इन 30 पर्यटकों को सुरक्षित रूप से श्रीनगर पहुंचाया. इस घटना से अकोला के इन पर्यटकों और उनके परिजनों ने राहत की सांस ली है.

Back to top button