* पुलिस जांच में चौंकने वाले खुलासे
* पांच आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट की दायर
अकोला/दि.16– मलकापुर के कोठारी वाटिका में पत्नी ने अपने भाई के साथ मिलकर पति हत्या कर आत्महत्या दर्शाने का प्रयास किया था. इस मामले में खदान पुलिस ने जांच कर न्यायालय में 5 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर किया. चार्जशीट में जांच अधिकारी ने कहा कि आरोपियों को खिलाफ हत्या किए जाने के काफी सबूत है.
खदान पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले मलकापुर के कोठारी वाटिका परिसर में रहने वाले अमरावती निवासी 36 वर्षीय भास्कर सदाशिव भोपसे ने फांसी लगा ली थी. जिससे परिजनों ने उसे 1 मार्च 2021 को सर्वोपचार अस्पताल में भर्ती कराया था. लेकिन डाक्टरों ने जांच के पश्चात उसे मृत घोषित कर दिया. इस मामले में जानकारी मिलने के पश्चात खदान पुलिस ने आकस्मिक धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया था. लेकिन मृतक के भाई आशिष समाधान भोपसे ने आरोप लगाते हुए पुलिस से कहा था कि उसकी भाई की हत्या कर आत्महत्या दर्शाने का प्रयास किया गया है. इस संदर्भ में खदान पुलिस समेत जिला पुलिस अधीक्षक को लिखित में शिकायत दी थी. लेकिन पुलिस ने किसी प्रकार की कार्रवाई न किए जाने के कारण आशिष ने अधिवक्ता नजीब एच शेख के माध्यम से न्यायालय में याचिका दायर की थी. इस याचिका पर सुनवाई के दौरान अधिवक्ता ने कुछ तथ्य न्यायालय के समक्ष पेश किए थे. जिसके आधार पर न्यायालय ने खदान पुलिस को आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर ब्यौरा पेश करना आदेश दिया था. न्यायालय को आदेश के पश्चात खदान पुलिस ने 12 जनवरी 2023 को मृतक की पत्नी रसिका भास्कर भोपसे व उसका भाई निखिल संतोष राव गोरले शुभम नागोराव भुसे जयेश गोवर्धन खोडके, सुरेशराव चिंतामणराव थोरात के खिलाफ धारा 302, 201, 120 बी , 202, 203, 204, 149, 107 के तहत अपराध दर्ज किया था.
बता दें कि शिकायतकर्ता ने याचिका में आरोप लगाया कि आरोपी रसिका उसके भाई को हमेशा पैसे के लिए प्रताडित किया करती थी. मृतक ने ब्याज पर रुपए लाकर दिए थे इसके बाद भी वे नियमित रूप से पैसों की मांग करती थी. भास्कर का तबादला अमरावती होने के बावजूद रसिका जाने के लिए तैयार नहीं थीं. 1 मार्च 2021 की रात 1 बजकर 15 मिनट पर आरोपियों ने मृतक के भाई को पहले बताया कि उसे दिल का दौरा पडा है. बाद में बताया कि भास्कर ने फांसी ले ली है. घटना के समय रसिका तथा निखिल वहां पर मौजूद थे तथा घटना के एक दिन पूर्व मृतक के फोन से रसिका ने निखिल से बातचीत की थी. घटना के पश्चात वहां पहुंचे शुभम नागोराव घुसे, जयेश जर्यवर्धन खोडके, सुरेश चिंतामणराव थोरात को घटित अपराध की जानकारी होने के बावजूद रसिका व निखिल के खिलाफ सबूतों को मिटाने में सहयोग किया. फांसी वाली जानकारी की पुष्टि करने के लिए घटना स्थल का जायजा लिया था. लेकिन आत्महत्या के कोई सबूत नहीं मिले थे. पुलिस द्वारा न्यायालय में पेश किए गए चार्जशीट में स्पष्ट हुआ कि मृतक के वैद्यकीय पंचनामा के बाद विसरा आरक्षित नहीं रखा गया था. 19 अप्रैल 2023 को शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय के वैद्यकीय प्रयोगशाला के सहायक प्राचार्य ने कहा कि दस्तावेजों का अवलोकन करने पर मौत के कारणों तक पहुंचा जा सकता है. पोस्टमार्टम के कॉलम नंबर 17 में मृतक के शरीर पर किसी भी प्रकार का निशान नहीं था, वहीं मृतक के गले में अंदरूनी चोट नही थी. कॉलम नं 16 में मृतक के हाथ के नाखून नीले पड गए थे, ऊपर उल्लेखित शवविच्छेदन के वैद्यकीय ब्यौरे का बारीकी से निरीक्षण करने पर मृतक की मौत का कारण निश्चित किया जाता है कि मृतक की मौत में मुलायम वस्तु का इस्तेमाल किया गया था. दम घुटने के कारण भास्कर की मौत हुई थी. ऐसा मत सहायक प्राचार्य ने लिखित में दिया है.