* दौडती रेलगाडी पकडने का किया था प्रयास
अकोला/ दि.26 – काल आया, मगर मौत नहीं… इसकी सच्चाई कल 25 जुलाई की सुबह अकोला रेलवे स्टेशन पर देखने को मिली. दौडती रेलगाडी पकडने के चक्कर में रेलगाडी के नीचे जाते-जाते एक यात्री बाल बाल बच गया. पुलिस की सतर्कता के कारण भोलाराम नामक यात्री को पुलिस ने जीवनदान दिया. यह घटनाक्रम का सारा मंजर रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है.
अमरावती-सुरत एक्सप्रेस रेलगाडी सुबह 10.36 बजे अकोला रेलवे के प्लेटफॉर्म क्रमांक 1 पर पहुंची. यात्रियों की भीड होने के कारण बोगी में जगह रोकने के लिए यात्रियों की भागदौड शुरु थी. यह रेलगाडी अकोला रेलवे स्टेशन पर केवल दो मिनट ही रुकती है. सुबह 10.36 बजे आयी रेलगाडी प्लेटफॉर्म क्रमांक 1 से रवाना हुई. इस दौरान एक यात्री दौडती रेलगाडी में चढने का प्रयास करने लगा. रेलगाडी की रफ्तार तेज हो जाने के कारण उसका संतुलन बिगड गया और वह सीधे प्लेटफॉर्म पर नीचे गिरा. नीचे गिरते ही वह घुमते हुए रेलगाडी के नीचे जाने लगा. इतने में प्लेटफॉर्म पर उपस्थित पीएसआई दिलीप वानखडे, हेडकाँस्टेबल विलास पवार ने दौड लगाकर उस यात्री को एक ओर खिचा. उसके कारण उस यात्री की जान बच गई. भोलाराम ने पुलिस का आभार माना. गाडी भी रुक गई, जिसके कारण पुलिस ने उसे जयपुर जाने के लिए रेलगाडी में बिठाया.