अकोला/प्रतिनिधि दि.२८ – कोरोना महामारी के चलते पिछले एक साल से सभी उद्योग व व्यवसाय ठप हो चुके है. अनेक लोगों की नौकरियां चली गई है अनेकों युवक बेरोजगार हुए है. बेरोजगारी पर मात करने हेतु युवक स्वयं रोजगार को प्राधान्यता दे. जिसमें कुकुट पालन व्यवसाय में युवक आगे आए ऐसा आहवान पोल्ट्री उद्योजक डॉ. शरद भारसाकले ने युवकों से किया है. अमरावती के अमृता हैचरीज एंड फुड संचालक डॉ. शरद भारसाकले ने बताया कि कुकुट पालन यह उत्कृष्ट कृषि पूरक व्यवसाय है. इसके द्बारा अंडे, मांस पक्षी, बटेर उत्पादन व कुकुट खाद्य निर्मिती प्रकल्प निर्माण किया जा सकता है.
इस व्यवसाय के लिए ज्यादा खर्च नहीं आता और यह व्यवसाय बडे स्वरुप में भी कर सकते है. मासल पक्षियों का उत्पादन 35 दिनों में हो जाता है इस व्यवसाय के लिए बैंको द्बारा कर्ज भी दिया जाता है. शासन द्बारा अनुदान भी प्राप्त होता है. फिलहाल कोरोना संकट काल में अंडे व चिकन का सेवन बडी मात्रा में किया जा रहा है. जिसमें युवक कुकुट पालन व्यवसाय के लिए आगे आए जिससे निश्चित ही उनकी आर्थिक स्थिती में सुधार होगा और उन्हें रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे. युवक ज्यादा से ज्यादा संख्या में इसका लाभ ले ऐसा आहवान पोल्ट्री उद्योजक डॉ. शरद भारसाकले ने बेरोजगार युवकों से किया है.