… तो पीरिपा को कांग्रेस के साथ आघाडी का फिर से सोचना पडेगा
प्रदेश कार्याध्यक्ष चरणदास इंगोले ने दी चेतावनी

अकोला/दि. 7 – पूर्व सांसद प्राध्यापक जोगेंद्र कवाडे के नेतृत्व में पिपल्स रिपब्लिकन पार्टी पिछले 20 वर्षों से कांग्रेस पार्टी के साथ है. अच्छा समय हो या बुरा कांग्रेस का साथ नहीं छोडा. राज्य में महाविकास आघाडी के माध्यम से सत्ता में आते ही कांग्रेस अपने सहयोगी मित्र पार्टी को भुल गई. संकट काल में साथ देने वाले अपने मित्र पार्टी का ध्यान न रखते हुए सत्ता में अपेक्षित हिस्सा देने के संबंध में लगातार उपेक्षा की जा रही है. परंतु अब आगामी दिनों में पीरिपा को अगर सम्मानपूर्वक सत्ता में हिस्सा देने संबंधित सकारात्मक भूमिका कांग्रेस पार्टी की ओर से नहीं ली गई तो, इसके आगे कांग्रेस के साथ आघाडी में रहना है या नहीं इस बारे में हमें पुनर्विचार करना पडेगा, ऐसी चेतावनी पीरिपा के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष चरणदास इंगोले ने अकोला में कार्यकर्ताओं के साथ ली बैठक में दी.
आगामी स्वराज्य संस्था चुनाव को लेकर 5 जनवरी को अकोला के विश्राम भवन में जिला पार्टी कार्यकर्ता के साथ समीक्षा बैठक ली गई. मनपा, नगर परिषद चुनाव की पूर्व तैयारी के लिए ली गई महत्वपूर्ण जिला बैठक में चुनाव के बारे में भूमिका स्पष्ट करते हुए चरणदास इंगोले ने बताया कि. पीरिपा फिलहाल कांग्रेस पार्टी के साथ आघाडी में है, फिर भी स्थानीय स्वराज्य संस्था के चुनाव खुद के बल पर लडने का निर्णय कांग्रेस पार्टी पहले ही जाहिर किया है. इसके कारण उनके साथ आघाडी में रहकर चुनाव लडने का प्रश्न ही नहीं उठता. इसलिए हमारी पार्टी ने खुद के बल पर ही चुनाव लडने का तय किया है. परंतु खुद के बल पर तैयारिया कर रहे है फिर भी कांग्रेस पार्टी के अलावा जो समविचारी पार्टी है उनके साथ आघाडी करने की तैयारी रहेगी, ऐसा भी चरणदास इंगोले ने कहा. अमरावती विभाग के विभागीय उपाध्यक्ष महादेवराव शिरसाठ की अध्यक्षता में ली गई इस बैठक में जिला नेता दादासाहब वरठे, शेषराव अंभोरे, संजय मनवर, डी.एम.हतालकर, सखाराम वानखडे, शैलेश वानखडे, प्रकाश सोनवणे, भगत, सुधाकर वानखडे, बापू देशमुख, नाजूक अनभोरे, श्रीकृष्ण वानखडे, विजय वाहुरवाघ, राहुल अंभोरे, महिला आघाडी की बेबी राठोड, आबा शिरसाठ समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे.