अकोलामुख्य समाचारविदर्भ

खुदाई में मिली जैन तीर्थंकरों की तीन पाषाण मूर्तियां

मूर्तिजापुर तहसील के माना में चल रहा घर का खुदाई काम

* जमीन के नीचे से तीन प्राचीन मूर्तियां हुई बरामद
अकोला/दि.1 – मूर्तिजापुर तहसील के माना में रहने वाले रामेश्वर इंगोले के घर में खुदाई कार्य जारी रहने के दौरान जैन समाज के के तीन तीर्थंकरों की पाषाण निर्मित तीन प्रतिमाएं बरामद हुई है. जिन्हेें बाहर निकालकर आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है. साथ ही संभावना जताई जा रही है कि, यहां पर जमीन के नीचे और भी मूर्तियां हो सकती है. जानकारी के मुताबिक यह मूर्तियां आदिनाथ भगवंत, नेमिनाथ भगवंत व मुनीसुव्रत भगवंत की है. तीनों मूर्तियां पद्मासन अवस्था में बैठी है और दोनों हाथ एक दूसरे पर रखे हुए है. जिसके चलते इन्हें जैन तिर्थंकरों की प्रतिमाएं माना गया है.
पता चला है कि, रामेश्वर इंगोले के घर में इससे पहले भी वर्ष 1986 के दौरान घर की खुदाई करते समय तीन पुरातन मूर्तियां बरामद हुई थी. जिन्हें गांव के राम मंदिर में स्थापित किया गया था. जिन्हें बाद में अदालत के आदेश पर नागपुर के संग्रालय में रखा गया था. क्योंकि इन मूर्तियों की वजह से गांव में दो समाजों के बीच हिंसा हुई थी. इसके बाद रामेश्वर इंगोले को उसी स्थान पर 5-6 वर्ष पहले खुदाई करते समय कुछ और मूर्तियां मिलने पर उन्होंने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी तथा मूर्ति को वहीं पर दबे रहने दिया, ताकि दोबारा गांव में वातावरण न बिगडे. लेकिन गत रोज इसकी जानकारी सामने आने पर क्षेत्र के विधायक हरिश पिंपले व माना पुलिस स्टेशन के थानेदार कैलास भगत की अगुवाई में दुबारा खुदाई की गई. जिसके चलते जैन समाज के तीन तीर्थंकरों की पाषाण निर्मित तीन प्रतिमाएं बरामद हुई है. साथ ही अनुमान जताया जा रहा है कि, चूंकि इस स्थान पर इससे पहले भी तीन प्रतिमाएं मिली थी और अब एक बार फिर तीन प्रतिमाएं निकली है. ऐसे में हो सकता है कि, इस स्थान पर अन्य तीर्थंकरों की प्रतिमाएं भी मौजूद हो. ऐसे में प्रशासन के समक्ष खुदाई के काम को जारी रखा गया है.

Related Articles

Back to top button