अकोला/ दि.20 – अकोला वन विभाग अंतर्गत जवला खेत परिसर में बाघ के दर्शन होने के बाद से वन विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो चुकी है. वन विभाग की टीम ने रविवार को दूसरे दिन भी परिसर में सर्च अभियान चलाया. वहीं परिसर में बाघ का विचरण होने के सबुत पाने के लिए क्षेत्र में ट्रैप कैमरे भी लगाए गए है.
मिली जानकारी के अनुसार जवला निवासी किसान निलेश सारसे के खेत में शनिवार की सुबह बाघ के दर्शन हुए थे. गांव के ही रवि सारसे ने खेत से गुजरने वाले बाघ का वीडियो निकाला था. यह वीडियो वायरल होने के बाद वन विभाग को जानकारी दी गई. वन विभाग की टीम ने शनिवार को परिसर में भेंट देकर अवलोकन किया. इस समय बाघ के पग चिन्ह भी दिखाई दिये. जिसके बाद रविवार को सहायक वन संरक्षक सुरेश वडोदे के नेतृत्व में वन विभाग ीक टीम ने फिर से भेंट देकर परिसर में छानबीन कर ट्रैप कैमरे भी लगा दिये. पूरे परिसर को छान मारा गया, लेकिन बाघ नहीं दिखाई दिया. बाघ परिसर में ही छिपा होने की संभावना रहने से किसानों को सावधान रहने की भी सूचनाएं दी गई है.
इलेक्ट्रीक करंट बाघ के लिए हो सकता है खतरनाक
परिसर के कुछ किसानों व्दारा वन्य प्राणियों के उत्पात से फसलों की सुरक्षा करने के लिए बिजली के तार लगाए है. बाघ यदि इस परिसर में हुआ तो खेत में लगाए गए बिजली तार बाघ के लिए खतरनाक साबित हो सकते है. बिजली के करंट से बाघ की मृत्यु होने पर भारतीय वन्यजीव सुरक्षा अधिनियम 1972 अंतर्गत सात साल की सजा का प्रावधान है. इसलिए किसानों ने कुछ दिनों तक अपने खेत में लगाए गए बिजली प्रवाहित तारों को निकालने का आह्वान वन विभाग ने किया है.