अकोला के उपचुनाव को लेकर महाविकास आघाडी में बिघाडी
कांग्रेस और ठाकरे गुट चुनाव लडने पर अडे
अकोला/दि.23 – राज्य में लोकसभा का चुनाव लडने हेतु एकजुट रहने वाली महाविकास आघाडी ने अकोला पश्चिम विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव को लेकर बिघाडी वाला दृश्य दिखाई दे रहा है. इस उपचुनाव हेतु यहां कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी का नाम घोषित कर दिया है, वहीं कांग्रेस के साथ महाविकास आघाडी में शामिल शिवसेना उबाठा भी इस निर्वाचन क्षेत्र में विधानसभा का उपचुनाव लडने पर अडी हुई है. जिसके द्वारा स्थानीय स्तर पर राजेश मिश्रा को अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया गया है.
बता दें कि, अकोला पश्चिम विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में करीब 29 वर्ष तक भाजपा का झंडा फहराए रखने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता व विधायक गोवर्धन शर्मा का 3 नवंबर 2023 को निधन हो जाने के चलते यह सीट रिक्त हो गई थी. जहां पर उपचुनाव कराये जाने की घोषणा हो चुकी है और आगामी 26 अप्रैल को उपचुनाव के तहत इस सीट पर मतदान कराया जाएगा. अकोला पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में विगत 3 दशकों से भाजपा और कांग्रेस के बीच परंपरागत टक्कर होती आयी है और विगत 6 चुनावों में विजयी रहने वाले विधायक गोवर्धन शर्मा को वर्ष 2019 में कांग्रेस ने जबर्दस्त टक्कर दी थी. वहीं अब उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने एक बार फिर साजिद खान पठान को उम्मीदवार बनाया है. लेकिन इस उपचुनाव को लेकर महाविकास आघाडी में मतभेद देखा जा रहा है. क्योंकि शिवसेना उबाठा ने यह कहते हुए यह सीट खुद को दिये जाने की मांग उठाई है कि, इस सीट पर कांग्रेस विगत 30 वर्ष से लगातार पराजीत हो रही है. यह भूमिका अपनाने के साथ ही शिवसेना उबाठा ने स्थानीय स्तर पर ही राजेश मिश्रा को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. जबकि इससे पहले कांग्रेस ने मविआ प्रत्याशी के तौर पर साजिद खान पठान का नाम घोषित कर दिया था. ऐसे में कहा जा सकता है कि, लोकसभा चुनाव को लेकर एकसाथ दिखाई देने वाले कांग्रेस व शिवसेना उबाठा इस समय अकोला पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में होने वाले होने जा रहे उपचुनाव के लिए एक-दूसरे के आमने सामने खडे है.