अकोला

काटेपूर्णा से दो दिनों बाद पुन: ८ दलघमी पानी का बहाव

इससे पूर्व १५ दलघमी जल छोड़ा गया

  • नदी किनारे गांवों को प्रशासन ने किया अलर्ट

अकोला/ दि.१५ – जिले के सबसे बडे काटेपूर्णा प्रकल्प के दरवाजे दो दिनों बाद फिर से खोले गये. १३ सितंबर की रात ८ बजे दसों दरवाजे खोले गये. इनमें से १४ सितंबर की सुबह तक कुल ८ दलघमी पानी का विसर्ग हुआ. इससे पूर्व १० सितंबर को ६ दलघमी तो अगस्त माह में १५ घंटों में ९ दलघमी पानी छोडा गया था.
जिले में काटेपूर्णा प्रकल्प सबसे बडा है. इस प्रकल्प की संचयन क्षमता ८६.३५ दलघमी है. विगत कुछ वर्षों में प्रकल्प लगातार दो वर्ष ओवरफ्लो नहीं हुआ था. लेकिन नवंबर २०१९ और इस वर्ष प्रकल्प ओवरफ्लो हो रहा है. जुलाई माह के आखिर से प्रकल्प के दरवाजे खोलने पड रहे हैं. वाशिम, मालेगांव, मेडशी आदि परिसर में तेज बारिश होने से काटेपूर्णा प्रकल्प में काफी जल संचयन होता है. इस वर्ष इस भाग में जोरदार बारिश होने से प्रकल्प के दरवाजे बार-बार खोलने पड़ रहे हैं. १० सितंबर को खोले गये दसों दरवाजे ११ सितंबर की दोपहर १ बजे बंद किये गये. इसके बाद फिर जोरदार बारिश होने से १३ सितंबर की रात ८ बजे दसों दरवाजे खोले गये. इनमें २५५.८३ घनमीटर प्रति सेकंद विसर्ग शुरु किया गया. १४ सितंबर की अलसुबह ४ बजे १० में से ६ गेट बंद किये गये. वहीं शेष ४ गेट से १०२.३३ घनमीटर प्रति सेकंद पानी का विसर्ग किया गया. सुबह ५ बजे पानी का फ्लो कम होने से दरवाजे बंद किये गये.

जिले के प्रकल्प का जल संचयन

काटेपूर्णा प्रकल्प     ७८.६८ दलघमी     ९१.१२ प्र.श.
वान प्रकल्प           ६७.२४ दलघमी     ८२.०५ प्र.श.
मोर्णा प्रकल्प         ४१.४६ दलघमी       १०० प्र.श.
निर्गुणा प्रकल्प       २८.८५ दलघमी      १०० प्र.श.
उमा प्रकल्प           ११.६८ दलघमी        १०० प्र.श.
दगडपारवा प्रकल्प   १०.१९ दलघमी        १०० प्र.श.

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