जहां महात्मा गांधी ने ली थी सभा, उसी गांव में पहुंचेंगे राहुल गांधी
सभा और यात्रा की तारीख भी एक रहने का संयोग
* 89 वर्षों के बाद इतिहास की होगी पुनरावृत्ति
अकोला/दि.16 – 18 नवंबर 1933 को महात्मा गांधी ने अकोला जिले के वाडेगांव मेें एक सभा को संबोधित किया था और करीब 89 वर्षों के बाद 18 नवंबर 2022 को ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अपनी भारत जोडो यात्रा के तहत वाडेगांव से होकर गुजरने वाले है. ऐसे में 89 वर्षों के बाद साकार होने जा रहे इस ऐतिहासिक व सुखद प्रसंग को लेकर वाडेगांव वासियों में काफी उत्सूकता व खुशी की लहर देखी जा रही है.
उपलब्ध जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अकोला जिले के वाडेगांव में निर्गुणा नदी के किनारे 18 नवंबर 1933 को एक भव्य जनसभा को संबोधित किया था और वाडेगांव को ‘बारडोली ऑफ बेरार’ संबोधित करते हुए वाडेगांव वासियों का सम्मान किया था. उस समय महात्मा गांधी से प्रभावित होते हुए बारडोली गांव से करीब 365 लोगों ने स्वाधिनता संग्राम सेनानी के तौर पर देश की आजादी में हिस्सा लिया था. वर्ष 1932 में हुए नमक सत्याग्रह में अकोला जिले के वाडेगांव पारस व आलेगांव के लोग शामिल हुए थे और वाडेगांव की कीर्ति पूरे देश में गुंजने लगी. जिसकी दखल लेते हुए खुद महात्मा गांधी 18 नवंबर 1933 को वाडेगांव पहुंचे थे और उन्होंने यहां सभा ली थी.
वहीं अब कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी भी अपनी भारत जोडो यात्रा के तहत आज 16 नवंबर को अकोला जिले में पहुंच रहे है और यहां से शेगांव की ओर आगे बढते समय वे 18 नवंबर को वाडेगांव से होकर गुजरेंगे. इसके साथ ही करीब 89 वर्ष के बाद वाडेगांव के हिस्से में एक सुखद सहयोग वाला ऐतिहासिक पल आएगा. जिसकी वाडेगांव वासियों द्बारा बडी बेसब्री के साथ प्रतीक्षा की जा रही है.