अकोला

कोविड लहर में वातावरण बदलने से बढ़ा सर्दी-बुखार

तज्ञों कहते हैं, लक्षण समान ही; वैद्यकीय सलाह, जांच की ओर दुर्लक्ष से संसर्ग बढ़ा

अकोला/दि.14– जनवरी की शुरुआत से ही जिले में कोरोना बाधित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में पखवाड़े में बारिश एवं ओलावृष्टि होने से वातावरण में बदलाव होकर सर्दी, खांसी व बुखार के मरीज बढ़े हैं. जिले में तीन दिनों से ठंडी हवा के कारण मरीजों की संख्या बढ़ी है. इसलिए कोरोना संसर्ग के समय सर्दी, खांसी समान लक्षण की ओर दुर्लक्ष करना संसग बढ़ाने का कारण साबित हो सकता है. इसलिए नागरिकों से कोविड जांच अवश्य कराने का आवाहन तज्ञ डॉक्टरों द्वारा किया जा रहा है.
वातावरण बदलने से जिले में फिलहाल वायरस फिवर के मरीज पाये जा रहे हैं. ऐसे में कोरोना बाधित मरीजों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. ये दोनों बातें अलग-अलग है फिर भी अधिकांश लक्षण समान है. इसलिए कोविड के लक्षणों को सर्दी-खांसी मानते हुए वैद्यकीय सलाह या उपचार की ओर दुर्लक्ष करने पर संसर्ग बढ़ने का धोखा निर्माण हो सकता है. जिसके चलते ऐसे लक्षण पाये जाने पर वैद्यकीय सलाह लेकर जांच करने के बाद उपचार करें.
* इन घटकों की करें जांच
टीका न लेने वाले ः जिन नागरिकों ने अब तक कोरोना प्रतिबंधक टीके का एक भी डोज नहीं लिया हो या जिनके घर के सदस्यों ने अब तक एक भी डोस नहीं लिया हो, ऐसों में संबंधित लक्षण पाये जाने पर उनकी तुरंत जांच करवा रिपोर्ट के अनुसार आवश्यक उपचार दें.
* भीड़ के संपर्क में आने वाले ः नौकरी,व्यवसाय, पढ़ाई के लिए हर रोज घर से बाहर निकलने वाले लोग या जिन नागरिकों का लगातार सार्वजनिक स्थान या भीड़ से संपर्क होता है, जिन्हें बार-बार सफर करना पड़ता है, ऐसों में संबंधित लक्षण होंगे तो उन्हें जांच करवाना जरुरी है.

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