डफरिन में महिला मरीज के साथ मारपीट का आरोप
इलाज में की लापरवाही, नर्सो तथा स्टाफ ने गाली गलौज भी की

अमरावती /दि. 14 – अक्सर सुर्खियों में रहने वाला जिला स्त्री रूग्णालय (डफरिन) अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है. सरकार द्बारा बेहतर सुविधा के लिए अनेक कोशिशें की जा रही है. लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण यह महिला अस्पताल हमेशा चर्चा में रहता है. हाल ही में इस अस्पताल में प्रसूति के लिए भर्ती हुई एक महिला के साथ इलाज में लापरवाही और नर्स तथा कर्मचारियों द्बारा गाली गलौच कर मारपीट किए जाने का आरोप किया गया है. संबंधित पर कार्रवाई करने की मांग आजाद समाज पार्टी की तरफ से डॉ. अलीम पटेल सोशल वर्किग टीम के पदाधिकारियों ने की है.
डफरिन के वैद्यकिय अधीक्षक को सौंपे ज्ञापन में बताया गया है कि अमरावती जिले के मोर्शी तहसील के शिरखेड निवासी सालहा परवीन शेख समीर नामक महिला डफरीन में प्रसूति के लिए भर्ती की गई थी. उसके द्बारा लिखित शिकायत में कहा गया है कि उसका इलाज गर्भवती रहते पहले 3 महीने अमरावती के कोहिनूर हॉस्पिटल में किया गया. फिर आगे का इलाज आर्वी के प्राईवेट हॉस्पिटल में हुआ. आठवें महीने वह अपने मायकेे आ गई. परिवार वालों ने उसे प्रसूति के लिए अमरावती जिला स्त्री अस्पताल (डफरीन) में 26 मई की रात 12 बजे भर्ती किया. उसे वार्ड नंबर 1 में रखा गया और उपचार शुरू किया. पेट में काफी तकलीफ होने के बावजूद मुझे लेबर रूम में 28 मई को रात 12.30 बजे लेकर गए. वहां उसके साथ मारपीट और गाली गलौच सिस्टर , कर्मचारियों द्बारा की गई, ऐसा आरोप प्रसूत महिला ने किया है. पीडिता ने यह भी बताया कि उसकी नॉर्मल डिलीवरी हुई. पश्चात उसे वार्ड नंबर 1 मेें शिफ्ट किया गया. दूसरे दिन तकलीफ रहने के कारण डॉक्टरों ने जांच कर सोनोग्राफी की. दो दिन तक इलाज चलने के बावजूद पेट की तकलीफ दूर नही हुई. इस करण 3 जून को सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल में एमआरआई करने के लिए उसे रेफर किया गया. इस दौरान पीडिता और उसके पिता ने समाजसेवी सैय्यद नसीम को सारी हकिकत बताई तब सैय्यद नसीम ने यह बात डॉ. अलीम पटेल सोशल वर्किग टीम के पदाधिकारियों को बताई. आजाद समाज पार्टी के किरण गुडधे के नेतृत्व में सोशल वर्किंग टीम के पदाधिकारी डफरीन के वैद्यकिय अधीक्षक से मिले और उन्होने दोशियों पर निलंबन करने की मांग की. दुसरी तरफ सुपर स्पेशालिटी एमआरआई की सुविधा न रहने के कारण सालेहा परवीन शेख समीर को नागपुर जीएमसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया. वहां महिला ने आपबिती बताई तब महिला पर नागपुर में ढाई माह तक इलाज चला. इस ढाई माह में महिला के परिजनों को सवा लाख रुपए खर्च करना पडा. अमरावती लौटने के बाद आजाद समाज पार्टी की तरफ से डॉ. अलीम पटेल सोशल वर्किंग टीम के पदाधिकारियों ने वैद्यकिय अधीक्षक से संबंधितों पर कार्रवाई करने की मांग की तब उन्होंने प्रसूति के समय जिन डॉक्टर और कर्मचारियों ने लापरवाही बरती उनके खिलाफ एक सप्ताह के भीतर जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने का लिखित रूप से आश्वासन दिया. ज्ञापन सौंपनेवालो में किरण गुडधे, डॉ. अलीम पटेल, स्वास्थ्य समिति के प्रमुख सैय्यद नसीम जावेद, शजर रहीम राही, अरशद पठान, नईम रहेबर, मो. तसव्वुर , मो फारूख, मुहीब अली खान, मो. फरीद, कलीम खान, शेख अल्तमश, मोहसीन खान, रिजवान खान, मरीज के पिता वाहीद खान समेत अनेक लोगों का समावेश था.





