पालकमंत्री के सामने अमरावती मंडल ने रखी स्कायवॉक की समस्या
हाथों हाथ करवाइर्र् जिलाधीश से बात

* मंदिर की जगह का पट्टा लाने का दिया आश्वासन
चिखलदरा/ दि. 11- पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के गत शनिवार चिखलदरा दौरे पर पधारते ही अमरावती मंडल के प्रतिनिधि मनोज शर्मा ने उनसे चर्चित स्कायवॉक के विषय में महत्वपूर्ण चर्चा की. उसके निर्माण में आ रही दिक्कतों और समस्याओं के विषय में बात की. पालकमंत्री बावनकुले ने हाथों हाथ जिलाधीश आशीष येरेकर को फोन लगाकर मनोज शर्मा की उनसे बात करवाई.
उल्लेखनीय है कि स्कायवॉक निर्माण की चर्चा अनेक वर्षो से हो रही है. सर्वत्र यह टाक ऑफ द टाउन बना हुआ है. बावजूद इसके निर्माण में कभी जंगल महकमा कभी अन्य विभाग से अनुमति व अन्य विषय आडे आते रहे हैं. जबकि स्कायवॉक के निर्माण से हिल स्टेशन की किस्मत और बदल सकने का दावा बारंबार जानकार कर चुके हैं.
ऐसे में शनिवार पालकमंत्री के चिखलदरा हिल स्टेशन पहुंचने पर अमरावती मंडल ने उनसे बातचीत की. स्कायवॉक का मुद्दा छेडा. 6 वर्षो से यह बहुप्रतिक्षीत प्रकल्प साकार नहीं होने के विषय में चर्चा करने पर मनोज शर्मा ने दिक्कतों व समस्याओं का जिक्र किया तो पालकमंत्री ने सीधे कलेक्टर से बात करवाई. मनोज शर्मा ने कलेक्टर को विविध समस्याओं और मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित किया. जिसके बारे में कलेक्टर ने शर्मा को आगे चर्चा के लिए बुलाया.
देवी पाइंट पर आने का आश्वासन
देवी पाइंट पर दर्शन के लिए चलने की पालकमंत्री बावनकुले से इस समय विनती की गई. तब पालकमंत्री ने आश्वासन दिया कि वे मंदिर की जगह का लीज शीघ्र मंजूर करवायेंगे. लीज अर्थात पट्टा लेकर ही दर्शन के लिए आने का आश्वासन चंद्रशेखर बावनकुले द्बारा दिया गया. बावनकुले ने चिखलदरा के लोगों से यहां के बरसों से प्रलंबित प्रकल्पों सहित विकास के लिए नगराध्यक्ष और सदस्य चुनकर लाने का आवाहन किया. उन्होंने वादा किया कि विकास के लिए चिखलदरा को भरपूर फंड दिया जायेगा.
रोजगारों पर असर
चिखलदरा विदर्भ का एकमात्र हिल स्टेशन रहने के साथ यहां होटल व्यवसाय छोटे- बडे बिजनेस पर असर पडने की बात अधिकांश कर रहे हैं. फलस्वरूप रोजगार प्रभावित हो रहे है. रोजगार का मुद्दा हल करने का प्रयास यहां के होटल ओनर्स असो. द्बारा किया जाता है. इसी कडी में होटल ओनर्स असो. के सचिव मनोज शर्मा ने पालकमंत्री बावनकुले से रोजगार बढाने यहां के पर्यटन विकास संबंधी मुद्दों पर सीधी, समर्पक बातचीत की. जिसमें यहीं निकल कर आया कि पालकमंत्री चिखलदरा की चौतरफा प्रगति के लिए न केवल सकारात्मक है. बल्कि उन्होेंने भरपूर फंड दिलाने की भी तैयारी दर्शाई है.





