अमरावती आईटी पार्क हेतु तरस रहा
नागपुर को मिला हाइटेक मीडिया पार्क

* हाथ मलते रहे संभागवासी
* तीन हजार करोड का निवेश
* पैदा होंगे दो लाख रोजगार
अमरावती/नागपुर/दि.17 – उद्योगों के मामले में दशकों से पिछडे अमरावती संभाग को लगभग ठेंगा बताकर हाईटेक मीडिया पार्क नागपुर और अन्य शहरों के लिए स्वीकृत किया गया है. जिसके लिए तीन हजार करोड का निवेश और लागत राज्य सरकार लगाएगी किंतु मुद्दा यह है कि, अमरावती संभाग एक अदद आईटी पार्क के लिए तरस रहा है. गुहार लगा रहा है, बावजूद इसके मीडिया पार्क की घोषणा नागपुर के लिए हुई है. यहां के लोग भले ही हाथ मलते रहे. पश्चिम विदर्भ वैसे भी औद्योगिक दृष्टि से पीछे हैं.
राज्य कैबिनेट ने मंगलवार की बैठक में एनिमेशन, विज्युअल इफेक्ट, गेमिंग, कॉमिक्स और आभासी विस्तार (एवीजीसी-एक्सआर) नीति को मंजूर करते हुए नागपुर, कोल्हापुर, सातारा, नाशिक, पुणे, नवी मुंबई, छत्रपति संभाजी नगर में मीडिया पार्क स्थापित करने का निर्णय किया. नागपुर में यह पार्क स्थापित करने के साथ सरकार ने लाखों रोजगार सृजन करने का दावा किया है. उसी प्रकार 60 प्रतिशत जमीन औद्योगिक एरिया जैसे आईटी पार्क और औद्योगिक क्षेत्र हेतु एवं 40 प्रतिशत आवास, संस्थागत सुविधाओं के लिए रखी जाएगी, इस प्रकार का भी निर्णय किया गया है.
* अमरावती में आईटी पार्क की गरज
अमरावती में हाईटेक मीडिया पार्क की स्थापना राज्य सरकार नहीं कर रही है. इसके लिए सरकार ने बडे शहरों का चयन किया है. जबकि अमरावती में मौजूद दर्जनों अभियांत्रिकी महाविद्यालय के बावजूद आईटी पार्क नहीं होने से युवाओं को रोजगार के लिए मुंबई, पुणे, बेंगलोर और अन्य स्थानों पर दौड लगानी पड रही है. जबकि सरकार मीडिया पार्क के जरिए लाखों रोजगारों के सृजन का दावा कर रही है.
* अमरावती ने दिया भरपूर समर्थन
अमरावती ने चुनावों में महायुति का भरपूर साथ-समर्थन दिया. पिछले विधानसभा चुनाव में महायुति को ऐतिहासिक सफलता अमरावती संभाग के सभी पांच जिलों अमरावती, बुलढाणा, यवतमाल, वाशिम, अकोला में मिलने के बावजूद औद्योगिक विकास में यहां की घोर अनदेखी की जा रही है. अमरावती जिले से ही महायुति के 7 विधायक चुने गए हैं. इसके अलावा उच्च सदन के सदस्यों की संख्या अतिरिक्त है. ऐसे में संभाग मुख्यालय रहने पर भी आईटी पार्क जैसी औद्योगिक परियोजना के लिए अमरावती केवल इंतजार करने पर विवश है.





