कथित लवाद का रामटेके और दो महिलाए फिर फंसे
शिकायतकर्ता की पेंशन हडपने के लिए बनाए थे नकली दस्तावेज
* गाडगे नगर पुलिस ने धोखाधडी समेत विभिन्न धाराओं के तहत किया अपराध दर्ज
अमरावती/दि.7 – गाडगे नगर पुलिस थाना क्षेत्र के पंचवटी राधा नगर चौक स्थित कथित लवाद न्यायाधिकरण का मुखिया सिद्धार्थ रामटेके नित्त नये-नये मामले में फंसते जा रहा है. आज फिर सुरेश वानखडे नामक व्यक्ति की पेंशन हडपने और दूसरी महिला के नाम पर करने के लिए नकली दस्तावेज बनाकर धोखाधडी की. इस मामले में गाडगे नगर पुलिस ने सिद्धार्थ रामटेके, एड. मिनाश्री मालोदे, तारा रेवस्कर नामक महिला के खिलाफ धोखाधडी और अन्य धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरु की है.
सिद्धार्थ रामटेके, एड. मिनाश्री मालोदे, तारा बार्काजी रेवस्कर उर्फ तारा सुरेश वानखडे के खिलाफ गाडगे नगर पुलिस ने दफा 420, 419, 468, 471, 484, 485, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है. सुरेश रामभाउ वानखडे (63, बिलायतपुरा, अचलपुर) ने गाडगे नगर पुलिस थाने में दी शिकायत के अनुसार आरोपी तारा ने शिकायतकर्ता सुरेश के साथ विवाह का झूठा प्रमाणपत्र तैयार कर शिकायतकर्ता की सेवा पुस्तिका पर शिकायतकर्ता की पहली पत्नी सरस्वती वानखडे का नाम है. फिर भी पेंशन खुद के नाम पर कराने के उद्देश्य से और यह मामला कथित लवाद न्यायाधिकरण में पेंशन अपने नाम पर करने का मामला दायर कर लवाद न्यायाधिकरण कार्यालय के प्रकल्प संचालक सिद्धार्थ रामटेके व एड. मिनाश्री मालोदे ने सुरेश वानखडे को बार-बार नोटीस देते हुए डरा धमकाकर स्टैम्प पेपर पर जोरजबर्दस्ती हस्ताक्षर लेकर उनकी पेंशन बंद कराने के आदेश तैयार कर संबंधित अधिकारियों को मिलकर व लिखित आदेश देकर पेंशन रोकी. उनके साथ आर्थिक धोखाधडी की गई. बगैर अनुमति के लवाद न्यायालय कार्यालय खोलकर धोखाधडी की है. इस शिकायत के आधार पर गाडगे नगर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ उपरोक्त धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरु की है.