अमरावती

घटांग वनपरिक्षेत्र में दो दिन तक सुलगती रही आग

वन्य प्राणी यहां-वहां भागते रहे

* वन विभाग में सुविधाओं की कमी से बढ रही घटनाएं
धारणी/ दि. 23- यहां के वन्य जीव गुगामल ढाकना वन परिक्षेत्र के डोलार में लगी भीषण आग से जंगल दो दिनों तक सुलगता रहा. शनिवार की शाम 4 बजे मेलघाट प्रादेशिक वन विभाग परतवाडा के घटांग वनपरिक्षेत्र में आग लगी. इस भीषण आग में वन संपदा को भारी नुकसान हुआ है. वन्य प्राणी भी आग की वजह से इधर-उधर भागते नजर आये. घटनास्थल पर एक वनरक्षक अपने कुछ मजदूरों के साथ आग पर काबु पाने के लिए नाकाम कोशिश करते नजर आये. इन कर्मचारियों के पास ुफायर ब्लोअर मशीन तक नहीं है. सुविधाओं की कमी होने के कारण आग की घटनाएं लगातार बढती जा रही है.
इस बारे में वनरक्षक से वनपरिक्षेत्र अधिकारी पवन बावनेर का मोबाइल नंबर पूछा गया, परंतु उन्होंने सटीक जवाब दिया कि, हम साहब का नंबर नहीं रखते. जब अपने ही अधिकारियों का नंबर न हो तो ऐसी मुशिबत के समय कैेसे सहायता मांगेंगे, यह प्रश्न निर्माण होता है. इसी तरह वन विभाग के बिहाली नाके से 2 किलोमीटर दूरी पर जंगल में आग का तांडव देखने को मिला. मेलघाट में आग लगने के कई कारण बताये जाते है. कहा जाता है कि वन विभाग के कोर क्षेत्रों में आदिवासी अपने पालतू मवेशियों के साथ रहते है. उनका मानना है कि, यदि जंगल में आग लगाई जाए तो घास अच्छे तरीके से उगता है. जिससे मवेशियों के लिए काफी चारा उपलब्ध होता है. कोई जंगल में अतिक्रमण करने वाले भी आग लगाते है. वहीं वन विभाग व्दारा कार्रवाई किये जाने के कारण चीडने के कारण भी आग लगाने की घटना को अंजाम दिया जाता है. इसमें से कुछ पेशेवर शिकारी भी शामिल होते है. आग की घटना के बाद वन्य प्राणी गांव की ओर रुख करते है, जिससे शिकारियों को शिकार करने में काफी आसानी होती है. इस और वन विभाग को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, ऐसी मांग की जा रही है.

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