अमरावती

महावितरण की अक्षम्य लापरवाही

शिकायत के बावजूद दुरुस्त नही हुई डीपी

-फसलों की सिंचाई रुकी

परतवाड़ा/मेलघाट दी १०-बिजली बिल का भुगतान न होने पर अपने पूरे गिरोह के साथ सीधे बिजली आपूर्ति खंडित करने पहुंच जाते महावितरण के अधिकारी और कर्मचारी खेतो में लगी हुई डीपी को दुरुस्त करने कभी भी समय पर नही पहुंचते है.इससे रबी कें मौसम में कृषकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
आदिवासी अंचल के धारणी से लगे हुए टिंगर्या गावं के किसान आर.डी. मालवीय के खेत मे लगी डीपी करीब डेढ़ माह पूर्व जल गई.इसकी आज तक न तो कोई दुरुस्ती की गई और न ही इसकी जगह कोई नई डीपी लगाई गई है.बिजली न होने से किसान अपनी फसल की योग्य सिंचाई नही कर पा रहे है.परिसर के किसानों द्वारा उपअभियंता से प्रत्यक्ष मुलाखात कर शिकायत करने के बाद भी अभी तक कोई राहत नहीं मिली है.
अब खेतो में दुविधा की स्थिति है.रबी की बुआई हो चुकी और पानी की सख्त जरूरत है.डीपी जलने से टिंगर्या परिसर की सैकड़ो हेक्टेयर कृषिभूमि की रबी फसल पर संकट मंडरा रहा है.अब किसानों ने महावितरण के खिलाफ बेमियादी अनशन करने की तैयारी दर्शाई है.बिजली कंपनी ने टिंगर्या के किसान मालवीय के खेत मे डीपी लगाई थी,योग्य रखरखाव के अभाव में डीपी ने दम तोड़ दिया.
विशेष बात यह है कि डीपी दुरुस्त करने की शिकायत देने जब किसान महावितरण कार्यालय पहुंचे तो उन्हें पहले बकाया बिल का भुगतान करने को कहा गया था.इसके बाद करीब 7 किसानों ने अपने बकाया बिलो का पूरा भुगतान कर दिया.बावजूद इसके उपअभियंता ने नई डीपी स्थापित करने के लिए कोई प्रक्रिया ही शुरू नहीं की.इससे पूर्व 100 केवी की आवश्यकता थी लेकिन महावितरण ने उसकी जगह पर 60 केवी की ही डीपी लगा रखी है.जबकि यहां पर बिजली के कनेक्शन ज्यादा है.बिजली अभियंता ने गलत निर्णय लेकर कम वोल्टेज की डीपी यहां लगा रखी थी.वही डीपी अब जल चुकी है.किसानों को अब भी 100केवी डीपी की प्रतीक्षा है.
महावितरण के आदेश को मान्य कर बिजली बिल का भुगतान करने पर भी डीपी की व्यवस्था नहीं कि गई है.अब किसानों ने बेमियादी अनशन करने का फैसला किया है.किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि तीन दिन के भीतर नई डीपी शुरू नहीं कि गई तो व9 महावितरण के कार्यालय के सामने अनशन करेंगे.

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