* 150 से अधिक कर्मचारियों ने निभाई जिम्मेदारी
अमरावती/दि.4 – मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत अकोट वन्यजीव विभाग के वान परिक्षेत्र में शनिवार की दोपहर 3 बजे अचानक आग लग गई. आग भडकने व फैलने की जानकारी पर तुरंत मेलघाट फायर सेल को मौके पर तैनात किया गया. आग बुझाने के प्रयास शुरु कर अत्याधूनिक तंत्रज्ञान व वन कर्मचारियों के प्रयासों से रविवार की दोपहर 11 बजे इस आग पर काबू पाया गया. यह आग नैसर्गिक रुप से नहीं लगी बल्कि किसी ने लगाई है, ऐसा दावा वन विभाग द्बारा किया गया है. आरोपियों की तलाश शुुरु की गई है. ऐसी जानकारी भी वनविभाग द्बारा दी गई.
वान वन्यजीव परिक्षेत्र में कुल चार जगहों पर आग लगने की जानकारी मेलघाट फायर सेल के माध्यम से प्राप्त होते ही मुख्य वनसंरक्षक ज्योति बैनर्जी के मार्गदर्शन मेें उपवन संरक्षक नवकिशोर रेड्डी के नेतृत्व में जंगल में फैलती आग बुझाने के लिए अभियान शुरु किया गया. आग पर तुरंत नियंत्रण के लिए सभी वनविभाग से मनुष्य बल उपलब्ध कराया गया. यह आग बुझाने के लिए अकोट वन्यजीव विभाग के सोमठाण वनपरिक्षेत्र, धारगल वनपरिक्षेत्र मेलघाट के धुलघाट वनपरिक्षेत्र, अकोला वन्यजीव विभाग, बुलढाणा व अकोला प्रादेशिक वनविभाग से 150 से अधिक कर्मचारी ने इस आगे पर काबू पाने के लिए लगाये गये थे. इस आग पर नजर रखने तथा कार्यरत कर्मचारियों को सूचनाएं देने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया. आग बुझाने के लिए फायर ब्लोवर मशीनों का इस्तेमाल किया गया.