अमरावतीमुख्य समाचार

‘उस’ पुतले को लेकर कल होगा कोई अंतिम फैसला

आयुक्त आष्टीकर छुट्टी से लौटने के बाद लेंगे ठोस निर्णय

अमरावती/दि.14– दो दिन पूर्व जीजाऊ जन्मोत्सव का औचित्य साधते हुए युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज पर अचानक ही छत्रपति शिवाजी महाराज का आदमकद पुतला लाकर स्थापित कर दिया गया. किंतु इस पुतले को स्थापित करने से पहले स्थानीय प्रशासन से किसी तरह की कोई अनुमति नहीं मांगी गई. ऐसे में इसे सीधे-सीधे सरकारी संपत्ति पर अतिक्रमण का मामला माना जा रहा है. जिसके चलते अब इस बात की ओर सभी की निगाहें लगी हुई है कि, मनपा प्रशासन द्वारा इस मामले में क्या कदम उठाया जाता है. इसी बीच पता चला है कि, इस समय निगमायुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर अपने निजी व पारिवारिक कारणों के चलते अवकाश पर है और वे आज रात वापिस लौटेंगे. जिसके बाद कल शनिवार 15 जनवरी को इस संदर्भ में कोई अंतिम निर्णय शायद लिया जा सकता है.
बता दें कि, विधायक रवि राणा के नेतृत्ववाली युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा 11 व 12 जनवरी की दरम्यानी रात राजापेठ रेलवे ओवर ब्रिज के उपर स्थित चौराहे पर अकस्मात ही छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला लाकर स्थापित कर दिया गया है. पश्चात 12 जनवरी की सुबह जीजाऊ जन्मोत्सव का औचित्य साधते हुए विधायक रवि राणा ने इस पुतले का अनावरण करते हुए कहा कि, छत्रपति शिवाजी महाराज समूचे महाराष्ट्र के आराध्य दैवत है और चूंकि अब पुतले की स्थापना हो चुकी है. अत: मनपा प्रशासन ने इसे विधिवत मान्यता प्रदान करनी चाहिए. साथ ही विधायक रवि राणा ने दूसरे दिन मनपा मुख्यालय पहुंचकर मनपा अधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए साफ तौर पर कहा कि, अब चाहे जो हो जाये, लेकिन वह पुतला वहीं पर रहेगा. इसके लिए मनपा द्वारा आवश्यक अनुमति व एनओसी प्रदान की जानी चाहिए. वहीं 11 व 12 जनवरी की दरम्यानी रात यह पुतला स्थापित किये जाने के बाद पुरे परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. साथ ही पुलिस प्रशासन ने इस संदर्भ में मनपा प्रशासन को पत्र जारी कर आवश्यक कार्रवाई करने हेतु कहा, क्योंकि यह मनपा की संपत्ति से संबंधित मामला है. जिसके बाद मनपा प्रशासन की तुरंत ही एक आपात बैठक भी हुई. जिसमें विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श हुआ. किंतु इसी दौरान निगमायुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर निजी कारणोें के चलते अवकाश पर चले गये, जो आज शुक्रवार की देर रात वापिस लौटेंगे. पश्चात शनिवार 15 जनवरी को वे मनपा अधिकारियों के साथ चर्चा एवं विचार-विमर्श करते हुए इस संदर्भ में कोई ठोस निर्णय ले सकते है, ऐसी जानकारी है.

Related Articles

Back to top button