अमरावती

एनसीसी कैडेट्स ने रक्तदान कर कारगिल नायकों को दी श्रद्धांजलि

अमरावती/दि29-कारगिल युद्ध देश की सामूहिक स्मृति में वीरता और बलिदान के प्रतीक के रूप में अंकित है. कारगिल विजय दिवस पर विनायक विज्ञान महाविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स ने कारगिल नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की. महाविद्यालय के (उप-युनिट श्री शिवाजी विज्ञान महाविद्यालय, अमरावती), नांदगांव खंडेश्वर, जिला अमरावती और 3 महाराष्ट्र सिग्नल कंपनी, एन.सी.सी., अमरावती से संबद्ध एन.सी.सी. कैडेट्स ने कारगिल संघर्ष के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले साहसी नायकों को भावभीनी श्रद्धांजलि के रूप में एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया. रक्तदान शिविर का आयोजन सरकारी ग्रामीण अस्पताल, नांदगांव खंडेश्वर और जिला सिविल अस्पताल, अमरावती के सहयोग से किया गया था. एन.सी.सी. समन्वयक डॉ. प्रशांत खरात ने आयोजन की संकल्पना और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. रक्तदान शिविर विनायक विज्ञान महाविद्यालय, नांदगांव खंडेश्वर में आयोजित किया गया, जिसमें एन.सी.सी. कैडेट्स और कॉलेज प्राध्यापकों की उत्साहपूर्ण भागीदारी थी. 3 महाराष्ट्र सिग्नल कंपनी, एन.सी.सी., अमरावती के नायब सूबेदार दामोदर साहू और हवलदार सुरेंद्र सिंह, एन.सी.सी. समन्वयक डॉ. प्रशांत खरात, प्रा. अजय अंभोरे और प्रा. राजीव तायडे ने सबसे पहले रक्तदान करके उदाहरण पेश किया. नेतृत्व और निस्वार्थता के इस कार्य ने अन्य कैडेट्स और स्वयंसेवकों को आगे आने और इस उद्देश्य में योगदान देने के लिए प्रेरित किया.
इस कार्यक्रम के लिए कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अलका भिसे, आई. क्यू. ए. सी. समन्वयक डॉ. सुचिता खोडके, 3 महाराष्ट्र सिग्नल कंपनी एन.सी.सी., अमरावती कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनोज कुमार सिंह और श्री शिवाजी साइंस कॉलेज, अमरावती के एन.सी.सी. अधिकारी कप्तान डॉ. नितिन बनसोड का मागदर्शन प्राप्त हुआ एवं एन.सी.सी. समन्वयक डॉ. प्रशांत खरात, प्रा. अजय अंभोरे एवं प्रा. राजीव तायडे, वैद्यकीय अधिक्षक डॉ. अजयकुमार नाथक, वरिष्ठ वैद्यकीय अधिकारी डॉ. प्रविणा देशमुख, वैद्यकीय अधिकारी डॉ. अभिजित कपिले, डॉ. रेवती समर्थ, प्रदीप सहारे, प्रदिप चव्हाण, डॉ. उकरडे व मिलिंद तायडे एवं अन्य सभी ब्लड बैंक के कर्मचारी, 3 महाराष्ट्र सिग्नल कंपनी एन.सी.सी., अमरावती सूबेदार दामोदर साहू, नायब सूबेदार राजेंद्र सिंह, विजय कुमार यादव, हवलदार अनूप कुमार, सोनू तोमर, सुरेंद्र सिंह, करतार सिंह, करम सिंह गिल, शालिनी तायदे, शंकर चव्हाण, प्राध्यापक, कर्मचारी, एन.सी.सी. कैडेट्स, तथा छात्रों का सहयोग मिला.

Related Articles

Back to top button