कांग्रेस व एमआईएम का नहीं हुआ कोई गठबंधन
पूर्व सांसद जलील ने खबरों को बताया निराधार
* अफवाहों पर भरोसा नहीं करने का किया आवाहन
प्रतिनिधि/दि.28
अमरावती/छ. संभाजीनगर – अगले माह होने जा रहे विधानसभा ुचुनाव की धामधूम के बीच आज दोपहर बडी तेजी के साथ यह खबर फैली कि, सांसद असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्ववाली मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानि एमआईएम का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हेतु गठबंधन हो गया है. जिसे लेकर दैनिक अमरावती मंडल द्वारा जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर एमआईएम के प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ने बताया कि, ऐसी खबरें पूरी तरह से निराधार है. जिनमें कोई तथ्य नहीं है. पूर्व सांसद जलील ने यह भी स्पष्ट किया कि, वे खुद छत्रपति संभाजी नगर की एक विधानसभा सीट से एमआईएम प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड रहे है और उनके खिलाफ कांग्रेस द्वारा अपना प्रत्याशी खडा किया गया है. अत: कांग्रेस के साथ किसी भी तरह का चुनावी गठबंधन होने की कोई गुंजाइश भी नहीं है.
इस संदर्भ में दैनिक अमरावती मंडल द्वारा संपर्क किये जाने पर पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ने कहा कि, एमआईएम द्वारा राज्य की सभी 288 सीटों पर प्रत्याशी खडे नहीं किये जा रहे, बल्कि जिन सीटों पर जीत की गुंजाइश है और जिन सीटों पर एमआईएम के पदाधिकारी स्वयंस्फूर्त रुप से चुनाव लडने के इच्छूक है, उन्हीं सीटों पर प्रत्याशी खडे किये जा रहे है. साथ ही पार्टी द्वारा अपने प्रत्याशी तय करते हुए उन्हें नामांकन भरने हेतु ए-बी फॉर्म भी दे दिये गये है. ऐसे में अब ऐन नामांकन प्रक्रिया के खत्म होने से एक दिन पहले किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन करने और अपने कदम वापिस खींचने का कोई औचित्य ही नहीं बनता है. पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ने दैनिक अमरावती मंडल को यह भी बताया कि, वे खुद एमआईएम के प्रदेशाध्यक्ष है और पार्टी ने राज्य विधानसभा चुनाव हेतु सारे अधिकार उन्हें ही दे रखे है तथा उनकी चुनाव में गठबंधन के लिहाज से किसी भी अन्य राजनीतिक पार्टी के साथ कोई बातचीत नहीं हुई है. ऐसे में एमआईएम का कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन होने से संबंधित खबर पूरी तरह से निराधार है. जो शायद कुछ लोगों ने जानबुझकर और शरारतपूर्ण ढंग से उडाई है.