गाडगेनगर पुलिस थाना क्षेत्र का अविलंब हो विभाजन
पूर्व पार्षद प्रदीप बाजड ने की सीएम ठाकरे से मांग
अमरावती दि.10 – इन दिनों शहर के आसपास रिहायशी बस्तियों में बडे पैमाने पर वृध्दि हो रही है और विगत 15-20 वर्षों के दौरान गाडगेनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत आनेवाले रहाटगांव, शेगांव, नवसारी व तपोवन परिसर में बडे पैमाने पर विस्तारीकरण हुआ है. ऐसे में गाडगेनगर पुलिस थाने के अधिकारियों व कर्मचारियों पर काम का काफी अधिक बोझ है. अत: इस पुलिस स्टेशन के कार्यक्षेत्र का जल्द से जल्द विभाजन करते हुए तपोवन परिसर में नये पुलिस थाने की निर्मिती की जानी चाहिए. इस आशय की मांग आधार फाउंडेशन के अध्यक्ष, शिवसेना के पूर्व सहसंपर्क प्रमुख तथा पूर्व पार्षद प्रदीप बाजड द्वारा की गई है.
पूर्व पार्षद प्रदीप बाजड द्वारा पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह के मार्फत मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे सहित गृह मंत्री व पालकमंत्री को भेजे गये ज्ञापन में कहा गया कि, गाडगेनगर पुलिस स्टेशन थाना क्षेत्र अंतर्गत मेडिकल कॉलेज, इंजिनिअरींग कॉलेज, पॉलीटेक्निक कॉलेज, फार्मसी कॉलेज, विमवि जैसे महाविद्यालयोें एवं नवोदय विद्यालय जैसी शालाएं है. जहां पर पुरे सालभर शैक्षणिक उपक्रम और परीक्षाओं का काम चलता रहता है. जिसके चलते इन सभी स्थानों पर पुलिस बंदोबस्त लगाना पडता है. इसके साथ ही जिलाधीश कार्यालय भी इसी पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत ही आता है. यहां पर पुरे सालभर धरना प्रदर्शन तथा मोर्चे व आंदोलन का आयोजन होता रहता है. इसमें भी गाडगेनगर पुलिस को बडे पैमाने पर पुलिस बंदोबस्त लगाना पडता है. इसके अलावा थाना क्षेत्र में शामिल रिहायशी इलाकोें में होनेवाली अपराधिक घटनाओं की जांच-पडताल करने के साथ ही पुरे क्षेत्र में कानून व व्यवस्था बनाये रखने की जिम्मेदारी भी पुलिस थाने के अधिकारियों व कर्मचारियों पर होती है. जिसके चलते इस पुलिस थाने पर काम का सबसे अधिक बोझ पड रहा है. ऐसे में यदि इस पुलिस थाने का कार्यक्षेत्र कम करते हुए तपोवन परिसर में नये पुलिस थाने का निर्माण किया जाता है, तो नागरिकों को भी काफी आसानी होगी तथा तपोवन क्षेत्रवासियों को पुलिस सहायता प्राप्त करने हेतु नाहक ही आठ किमी. का चक्कर नहीं लगाना पडेगा. साथ ही अपराधिक मामलोें की जांच का प्रमाण भी बढेगा. अत: जल्द से जल्द गाडगेनगर पुलिस थाने के कार्यक्षेत्र का विभाजन करते हुए तपोवन परिसर में नये पुलिस थाने की निर्मिती की जानी चाहिए.