तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करो, लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई
शिक्षको की प्रलंबित समस्या को लेकर विभागीय आयुक्त की सभी जि.प. सीईओ को चेतावनी
* प्रहार शिक्षक संगठना के बेमियादी धरना आंदोलन को लेकर पहल
* सैकडों शिक्षक हुए आंदोलन में शामिल, जोरदार नारेबाजी
अमरावती/दि. 18 – अमरावती विभाग के अमरावती, अकोला, बुलढाणा, यवतमाल और वाशिम जिला परिषद अंतर्गत कार्यरत शिक्षको की प्रलंबित समस्याओं को लेकर प्रहार शिक्षक संगठना काफी आक्रामक हो गई है. संगठना के राज्याध्यक्ष महेश ठाकरे के नेतृत्व में पांचो जिले के जिलाध्यक्ष, पदाधिकारी सहित सैंकडो शिक्षको ने विभागीय आयुक्त कार्यालय पर तीव्र प्रदर्शन किया. इस आंदोलन को गंभीरता से लेते हुए विभागीय आयुक्त डॉ. निधि पाण्डेय ने विभाग के सभी जिला परिषद के सीईओ को आज शाम 6 बजे तक प्रलंबित समस्याबाबत तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करने के कडे आदेश दिए है. लापरवाही बरतने पर कार्रवाई होने की चेतावनी दी. आयुक्त द्वारा पत्र में दिए जाने से शिक्षा क्षेत्र में खलबली मच गई है.
विभाग के अमरावती सहित अकोला, यवतमाल, वाशिम व बुलढाणा अंतर्गत जिला परिषद व निजी कार्यरत शिक्षक की पिछले कुछ साल से प्रलंबित समस्याबाबत प्रहार शिक्षक संगठना काफी आक्रामक हुई है. संगठना के विभाग के सभी जिलाध्यक्ष, पदाधिकारी और सैकडों शिक्षक आज दोपहर 12 बजे के दौरान विभागीय आयुक्त कार्यालय पर धमके. संगठना के राज्याध्यक्ष महेश ठाकरे के नेतृत्व में शिक्षको की प्रलंबित समस्या बाबत विभागीय आयुक्त डॉ. निधि पाण्डेय को ज्ञापन सौंपा गया था. लेकिन एक साल से ज्ञापन देने के बावजूद कार्रवाई न होने से आखिरकार संगठना ने बेमियादी धरना आंदोलन की भूमिका लेते हुए विभागीय आयुक्त कार्यालय के सामने आज तीव्र आंदोलन शुरु किया. इस आंदोलन में विभाग के सैकडों शिक्षक शामिल हुए. इस अवसर पर विविध प्रलंबित समस्याओं को लेकर शिक्षको ने जोरदार नारेबाजी की. शिक्षको की मांगो में सुधारित शासन निर्णय के मुताबिक संगणकीय प्रणाली से जिला अंतर्गत तबादला प्रक्रिया चलाई जाए, आदिवासी क्षेत्र में कार्यरत शिक्षक व कर्मचारियों को प्रोत्साहन भत्ता व किराया भत्ता लागू किया जाए, पांचो जिलो में सभी संवर्ग की पदोन्नत प्रक्रिया तत्काल चलाई जाए, अमरावती और यवतमाल पेसा क्षेत्र के शिक्षको की रिक्त पद भर्ती में अनुसूचित जनजाति के बीएड धारक स्थानीय बेरोजगार उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाए, अंतरजिला तबादला हुए शिक्षको को एक वेतन बढोतरी अदा की जाए आदि सहित अनेक मांगो का समावेश है. इन मांगो के फलक उठाकर शिक्षको ने अपना रोष व्यक्त किया. प्रहार शिक्षक संगठना के राज्याध्यक्ष महेश ठाकरे के नेतृत्व में संगठना के विभाग के सभी जिलाध्यक्ष, पदाधिकारी व शिक्षक सैकडों की संख्या में इस धरना आंदोलन में शामिल हुए.
* बच्चू कडू ने समस्या तत्काल हल करने किया सूचित
प्रहार संगठना के संस्थापक अध्यक्ष विधायक बच्चू कडू ने विभागीय आयुक्त निधि पाण्डेय को प्रलंबित समस्या तत्काल हल करनेबाबत सूचित किया. विभागीय आयुक्त ने बैठक लेकर संगठना को आंदोलन से दूर रहने के निर्देश दिए है.
* समस्या हल न होने पर फिर तीव्र आंदोलन
शासन की नीतियों से संबंधित रहनेवाली समस्या रहने के बावजूद पिछले दो साल से शिक्षा विभाग इस पर अमल नहीं कर रहा. शासन आदेश रहने के बावजूद प्रत्येक विषय के लिए शासन स्तर से मार्गदर्शन मांगा जाता है यह शोकांतिका है. प्रलंबित समस्या तत्काल हल न होने पर फिर से तीव्र व बेमियादी आंदोलन किया जाएगा. एक सप्ताह में समस्या हल करने का लिखित आश्वासन आयुक्त ने दिया है.
– महेश ठाकरे
राज्याध्यक्ष, प्रहार शिक्षक संगठना.
* आंदोलन में इनका था समावेश
शिक्षको की विविध समस्याओं को लेकर प्रहार शिक्षक संगठना द्वारा किए गए आंदोलन में राज्याध्यक्ष महेश ठाकरे, विभागीय सचिव अमोल आगे, जिलाध्यक्ष शरद काले, अकोला के मंगेश टिकार, बुलढाणा के महेंद्र शेटे, यवतमाल के कुलदीप ढंभारे, अमोल वर्हेकर, महादेव ठाकरे, नीतेश मोरे, भगवान सरकटे, बलदेव येवले, सुनील केराम, ईशान हांडे, सागर इंजलकर, कैलाश अंबलकार, मनोज महल्ले, रविंद्र सोलंके, एस.एस. महल्ले, वी.एस. लोखंडे, अतुल वानखडे, हेमलता देशमुख, पूनम सोनोने, अनूप डिके, नागसेन रामटेके, योगेश खवले, चंद्रशेखर दालू, शरद काले, नीलेश नगरकर, बी.ए. देवरे, जवाद अहमद, सुधीर भुस्कुटे, रवींद्र कान्हेरकर, गोपाल घाटे, अमर भागवत, मंगेश टिकार, हेमंतकुमार बोरोकार, हितेश कन्सरे, पल्लवी हरणे, अमोल गोपाल, उमेश इंगोले, अमोल घुमे, प्रमोद करणकार, गोपाल भोरखडे, राजेश राऊत, सचिन लंबे, देवीदास बडगे, अर्चना शिरभाते, सचिन मेहकरे, रवींद्र गुरमाले, अभिजीत पाटिल, सागर राऊत, संतोष मारकर, सतीश भगत, अविनाश मोहोड आदि का समावेश था.