तिरुपति दि.7- देश की सबसे धनाढ्य माने जाने वाली धार्मिक संस्थाओं में से एक तिरुपति-तिरुमाला देवस्थान के पास 2.5 लाख करोड रुपए की संपत्ति हैं. इसमें 10 टन से अधिक सोना और 15 हजार 900 करोड रुपए नकद का समावेश हैं. तिरुपति में स्थित श्री व्यंकटेश्वर के भक्त विश्व में करोडों की संख्या में हैं. उनसे प्राप्त होने वाला चंदा और दान किए जाने वाले सोने-चांदी, हिरे जैसे जवाहरात के कारण यह बेतहाशा संपत्ति तिरुपति संस्थान के पास जमा हुई हैं.
वर्ष 2019 में तिरुपति संस्थान के पास 13 हजार 25 करोड रुपए के डिपॉझिट और 7.3 टन सोना था. अब 3 वर्षो में इसमें भारी बढोत्तरी हुई हैं. इस देवस्थान में अपने पास की कुल संपत्ति की जानकारी रविवार को घोषित की.
सोने का हिसाब इस तरह
तिरुपति संस्थान में अपने पास स्थित 10.25 टन सोने में से 9.8 टन सोना स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पास तथा बाकि का सोना इंडियन ओवरसीज बैंक में रखा हैं. इस देवस्थान की तरफ से महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडू, तेलंगना, ओडिशा, हरियाणा, आंध्र प्रदेश के अनेक मंदिरों की देखरेख की जाती हैं.
एैसी हैं तिरुपति संस्थान की संपत्ति
15,938 करोड रुपए डिपॉझीट निजी व सरकारी बैंकों में रखे गए हैं. 10.25 टन सोना बैंक में रखा गया हैं. 3100 करोड रुपए का वार्षिक बजट संस्थान ने वर्ष 2022-2023 के लिए प्रस्तुत किया हैं.
668 करोड रुपए डिपॉझीट रकम पर ब्याज के रुप में मिलते हैैं
1000 करोड रुपए भक्तगणों व्दारा दानपेटी में अर्पित की नकद रकम व्दारा प्राप्त होते हैं.
7000 एकड जमीन देवस्थान के मालकी की हैं, जबकि 900 स्थायी संपत्ति तिरुपति देवस्थान की मालकी की हैं.