अमरावती प्रतिनिधि/दि. २६ – प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का किसानों ने लाभ लेना चाहिए. बीमा योजना से किसान ज्यादा वंचित न रहे, इसलिए प्रशासन ने तहसील की पैसेवारी 45 पैसे घोषित की है. बावजूद इसके निजी बीमा कंपनियां किसानों को परेशान कर रही है. फसल बीमे की रकम विलंब शुल्क सहित किसानोें को देने की मांग संभाजी ब्रिगेड ने तहसीलदार डॉ. योगेश देशमुख को निवेदन देकर की है.
निवेदन में बताया गया कि, किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत मूंग, उडद, सोयाबीन व कपास फसल का बीमा निकाला था. दर्यापुर तहसील में किसानों को अनियमित बारिश व प्राकृतिक आपदाओं के अलावा बोंड इल्ली से भी फसलों से हाथ धोना पडा था. जिन किसानों ने फसल बीमा निकाला है, उन किसानोें को सरकारी निर्णय के तहत मूंग, उडद फसल की पैसेवारी व सोयाबीन की पैसेवारी घोषित कर तीन सप्ताह में मिलना जरूरी था. लेकिन फसल बीमा कंपनियोें ने नुकसान भरपाई नहीं दी. जिससे किसानों को परेशान होना पड रहा है. किसानों को नुकसान भरपाई नहीं देने पर 12 फसदी विलंब शुल्क बीमा कंपनी ने किसानोें को देना चाहिए. यह मांग संभाजी ब्रिगेड ने की है.
निवेदन सौंपते समय संभाजी ब्रिगेड के जिलाध्यक्ष शुभम शेरकर, प्रवीण उगले, कौस्तुभ पानझाडे, अमर धोटे, नितेश मोरे, पुर्वेश शेरकर, यश टेकाडे, रोहित राउत, वेदांत खाडे, वृषांक वायझाडे, गजानन इंगले, उज्वल वाघडकर, अविनाश पाटिल मौजूद थे.