अमरावती/दि.28- रापनि के सभी कर्मचारियों का सरकार में विलीनीकरण करने की मांग को लेकर बीते 20 से 25 दिनों से राज्यभर में कर्मचारियों की हडताल चल रही है. अमरावती में भी विगत 7 नवंबर से कर्मचारियों की हडताल जारी है. जिससे बसेस अब भी डिपो में खडी है. हालांकि अमरावती में दो कंडक्टर व दो चालकों के साथ रापनि की दो फेरियां चलायी गई. वहीं 246 प्रशासकीय व चार कर्मचारी सहित 250 कर्मचारी काम पर लौटे है. लेकिन चालक, कंडक्टर और टेक्नीशियन कर्मचारियों की हडताल जिले के आठों डिपो में जारी रही.
शनिवार को अमरावती डिपो से दो बसेस यात्रियों के लिए छोडे जाने के बाद करीब 20 दिनों बाद लालपरी जिले के रास्ते पर दौडी. वहीं रविवार को भी दो फेरियां चलायी गई. रविवार को रापनि की ओर से अमरावती वरूड के लिए दो साधारण बस छोडी गई. इन दोनों बसों से 351 यात्रियों ने सफर किया. वहीं अमरावती से दर्यापुर के लिए एक बस चलायी गई. जिसमें 19 यात्रियों ने सफर किया. मोर्शी डिपो से अमरावती वरूड बस चलायी गई. इस बस से 170 यात्रियों ने सफर किया. रापनि की ओर से रविवार को चलायी गई चार बसों से कुल 540 यात्रियों ने सफर किया.
इस संबंध में रापनि के विभागीय नियंत्रक श्रीकांत गभणे ने बताया कि रविवार को जिस तरह वरूड और दर्यापुर मार्ग पर छोडी गई बसों को यात्रियों का प्रतिसाद मिला, उसे देखते हुए धीरे-धीरे आनेवाले दिनों में भी अन्य मार्गों पर रापनि की बसों को चलाया जाएगा.