वृक्षमित्र नारायण मेंढे ने जीते जी की अपनी तेरहवीं
हिवरखेड की स्मशानभूमि में आयोजित किया कार्यक्रम
अमरावती/दि.1– जिले की मोर्शी तहसील अंतर्गत हिवरखेड गांव निवासी वृक्षमित्र तथा निर्मिक स्मशानभूमि की रचयिता नारायण मेंढे ने अपने 73वें जन्मदिवस को अपने अंतिम आनंद पर्व पर मनाते हुए जीते जी अपनी तेरहवीं कर डाली. जिसके तहत विगत 27 फरवरी को उन्होंने हिवरखेड की स्मशानभूूमि मेें एक कार्यक्रम आयोजित करते हुए अपने जीवन पर आधारित गौरवग्रंथ का प्रकाशन भी किया.
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर समाज भूषण पुरस्कार से सम्मानित नारायणराव मेंढे का जन्म 15 जनवरी 1950 को हिवरखेड गांव में हुआ था. उन्हें उनके सामाजिक कार्यों को देखते हुए अब तक 15 पुरस्कार प्राप्त हुए है और 51 बार विविध संगठनों द्बारा उनका सत्कार किया गया है. उन्होंने वर्ष 2002 से निर्मित स्मशानभूमि के निर्माणकार्य की शुरुआत की और पहले ही चरण में 1 हजार 500 पौधे लगवाये. विशेष उल्लेखनीय यह है कि, माली समाज में जन्मे नारायणराव मेंढे ने आगे चलकर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के विचारों से पे्ररित होते हुए 22 मई 2019 को बौद्ध धर्म स्विकार कर लिया था. राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के विचारों का अनुसरण करते हुए हमेशा ही अपने गांव के उत्थान हेतू कार्यरत रहने वाले नारायणराव मेंढे ने अपना 73वां जन्मदिवस कुछ अलग तरीके से मनाने का निर्णय लिया. जिसके तहत उन्होंने अपना जन्मदिवस हिवरखेड की स्मशानभूमि में मनाने के साथ ही अंतिम आनंद पर्व के तौर पर अपनी तेरहवीं भी मनाई. जिसके तहत हिवरखेड वासियों सहित तहसील के करीब 500 से अधिक लोगों ने तेरहवीं की शुद्ध पंगत में भोजन का आस्वाद लिया. इस अवसर पर ख्यातनाम आंबेडकरी साहित्यिक डॉ. धनराज दहाट, हिवरखेड के सरपंच विजय पचारे, अंनिसं के पदाधिकारी गणेश हरकारे, ग्राम गिताचार्य केशवराव भोंडे, पूर्व कृषि मंत्री डॉ. अनिल बोंडे, वरिष्ठ साहित्यिक गुलाबराव पाजनकर, डॉ. आनंद घोंगडे, प्रा. डॉ. रमेश राठोड, हरिकिसन हटवार, अपूर्वा सोनार, वर्षा भुयार, शारदा गणेरकर, एड. मंजुषा खांडेकर, मनोहर चरपे, अशोक बनसोड, जनार्दन चिमोटे, महेंद्र भातकुले, मुरलीधर पिसे, देवेंद्र गोरडे, गोवर्धन मेंढे, मनोहर पाटील, प्रियंका पाटील, नंदकिशोर गांधी, अरविंद आमले, सुभाष नागले, अब्दूल रहिम कुरेशी, चक्रवर्ती मेंढे, विजय मेंढे, हर्षल तडस, सुखदेव गुलरांधे, अनिल खोडस्कर, वैशाली आमले, मोनाली मेंढे, प्रकाश भोजने आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम मेें प्रास्ताविक वैशाली अरविंद आमले, संचालक प्रवीण चौधरी तथा आभार प्रदर्शन महेंद्र भातकुले ने किया.