शहर सहित जिले में भी आत्मघाती हो सकती है क्रिकेट सट्टा
कई युवा फंसे है आईपीएल सट्टे के मकडजाल में
* सेमी फाइनल व फाइनल पर करोडों का सट्टा लगने का अनुमान
अमरावती/दि.24 – क्रिकेट सट्टे की लत के चलते कर्ज बाजारी हुए 20 वर्षीय युवक ने विगत सोमवार को नागपुर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जिसके बाद अपने बेटे की मौत से व्यथित उसकी मां ने भी फिनाइल पीकर अपनी जान दे दी. यद्यपि यह घटना नागपुर की है. लेकिन अमरावती में भी क्रिकेट सट्टे की वजह से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से इंकार नहीं किया जा सकता. बल्कि इस घटना से यह जरुर साबित होता है कि, क्रिकेट सट्टे में अच्छा खासा पैसा हारने वाले लोग किस तरह से आत्मघात की ओर बढ रहे है. ऐसे में बेहद जरुरी है कि, समय रहते आईपीएल क्रिकेट पर लगने वाले ऑनलाइन सट्टे पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जाए. ताकि लोगों को विशेष कर युवाओं को इस आत्मघाती सट्टे में फसने से बचाया जा सके.
बता दें कि, विगत सोमवार को नागपुर के लकडगंज परिसर स्थित छापरु नगर से सामने आयी खितेन नरेश वाधवानी व उसकी मां दिव्या नरेश वाधवानी द्बारा आत्महत्या कर लिए जाने से ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे के साथ जुडा सबसे स्याह पहलू उभरकर सामने आया. गत वर्ष भी नागपुर में अग्रवाल नामक सट्टा बुकी ने क्रिकेट सट्टे में भारी भरकम रकम हार जाने के बाद अपनी पत्नी तथा बेटे व बेटी की हत्या करने के बाद खुद आत्महत्या कर ली थी. इसी तरह अमरावती में भी दो माह पहले क्रिकेट सट्टे में काफी बडा दांव हार जाने के चलते एक युवक ने रेल से कटकर आत्महत्या की थी. क्रिकेट सट्टा बुकी द्बारा लगाए जाते पैसों के तगादे से तंग आकर इस युवक द्बारा आत्महत्या किए जाने की बाद यद्यपि पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है, लेकिन इस आत्महत्या के पीछे यहीं कारण रहने की बात हर ओर चर्चा में है. इसी तरह कल परसो ही अमरावती में रहने वाले एक अमीर परिवार के लडके द्बारा आईपीएल क्रिकेट सट्टे पर 25 लाख रुपए हार जाने की चर्चा सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी.
* शहर में धडल्ले से चल रहा क्रिकेट सट्टा
पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने विगत माह अमरावती शहर में ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे के खिलाफ मोर्चा खोला था और सट्टा बुकियों की धर-पकड करनी शुरु की थी. इसके तहत 7 कार्रवाईयों में 13 से 14 लोगों के खिलाफ धोखाधडी व जालसाजी के मामले दर्ज किए गए थे और करीब 7 से 8 लोगों को ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा मामले में गिरफ्तार भी किया गया था. जिसमें से इक्का-दुक्का अपवादों को छोडकर सारे सटोरिए व बुकी जमानत पर बाहर आ गए है. जो एक बार फिर आईपीएल क्रिकेट मैचों पर बिना दिक्कत धडल्ले से खायवाली में लगवाडी कर रहे है. वहीं दूसरी ओर सीपी रेड्डी के विशेष पथक द्बारा अब ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे के खिलाफ किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हो रही. यह स्थिति संदेह पैदा करने वाली है
* अब खेला जाएंगा करोडों का सट्टा
सीपी के विशेष पथक सहित राजापेठ पुलिस ने आईपीएल स्पर्धा में लीग मैचों पर सट्टा खेलने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की. लेकिन अब आईपीएल टूर्नामेंट में असल उत्कंठा शुरु हुई है, जिसके चलते विगत एक-डेढ माह के दौरान आईपीएल पर जितना सट्टा खेला गया है. अब उसकी तुलना में कई गुना अधिक सट्टा सेमी फाइनल व फाइनल के मैचों पर खेला जाएगा. लेकिन हैरानी की बात यह है कि, शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी का विशेष पथक पूरी तरह से ‘चिडीचूप’ है.
* लालच बुरी बला है
‘बिगवीन’ की लालच के तहत लोगबाग सट्टे अथवा जुए के रास्ते पर चलते हुए आसान मार्ग से पैसा कमाने का प्रयास करते है. लेकिन सिर से लेकर पांव तक लालच में फंसे रहने वाले जुआरियों का अंत काफी बुरा रहता है. अपने पल्ले का सबकुछ हार जाने के बाद कई जुआरी अपना घर परिवार छोडकर भाग जाते है. वहीं कुछ को पुलिस के हत्थे चढने के बाद जेल में रहना पडता है. इसके साथ ही हारी गई रकम कहां से चुकाए, इस तनाव से त्रस्त होकर कई जुआरी आत्महत्या कर लेते है और अपने परिवार के सिर पर कर्ज का बोझ छोड जाते है.