अमरावती

सरकारी अस्पताल में होगी है नि:शुल्क सोनोग्राफी

अमरावती/दि.27 – सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिला तथा बीपीएल धारक दिव्यांग व बुजुर्ग नागरिकों की नि:शुल्क सोनोग्राफी की जाती है. वहीं अन्य मरीजों से केवल 100 रुपए का नाममात्र शुल्क लिया जाता है. उल्लेखनीय है कि, निजी अस्पतालों या सोनोग्राफी केंद्रों में सोनोग्राफी के लिए 1 से 2 हजार रुपए तक खर्च आता है. ऐसे में सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध सोनोग्राफी की सुविधा को सर्वसामान्य लोगों के लिए काफी राहतपूर्ण कहा जा सकता है. यहीं वजह है कि, विगत एक वर्ष के दौरान जिला सामान्य अस्पताल में 10 हजार 246 मरीजों की सोनोग्राफी की गई.

* इन स्थानों पर उपलब्ध हैं सुविधा
जिला सामान्य अस्पताल में सामान्य मरीजों के साथ ही गर्भवती महिला की सोनोग्राफी भी की जाती है. वहीं गर्भवती महिलाओं की सर्वाधिक सोनोग्राफी जिला स्त्री अस्पताल में होती है. इसके अलावा सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में भी सोनोग्राफी की जाती है.

* साल भर में 10246 मरीजों ने लिया लाभ
वर्ष 2023-24 के दौरान जिला सामान्य अस्पताल में 10 हजार 246 सर्वसामान्य मरीजों ने नि:शुल्क व अत्यल्प शुल्क में सोनोग्राफी करने का लाभ लिया. साथ ही जिला सामान्य अस्पताल में 491 गर्भवती महिलाओं की प्रसूति हुई.

* क्यों करनी होती है सोनोग्राफी?
गर्भाशय में गर्भजल कितना है, गर्भ का योग्य तरीके से विकास हो रहा है अथवा नहीं व गर्भ शिशु में किसी तरह का कोई व्यंग तो नहीं आदि बातों की जांच के लिए गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी की जाती है. इसके साथ ही सोनोग्राफी के जरिए किडनी स्ट्रोन व पेट की अन्य तकलीफों का भी निदान किया जाता है.

* गर्भवती रहते समय कब करवाएं सोनोग्राफी?
गर्भवती महिलाओं की पहले तीन माह में सोनोग्राफी की जाती है. जिसके जरिए प्रसूति होने की संभावित तारीख तय की जाती है.
इसके पश्चात दूसरी सोनोग्राफी चौथे व छटवे महिने के बीच करते हुए गर्भ के समूचित विकास के साथ ही गर्भजल की स्थिति को देखा जाता है.

* गर्भवती महिलाओं के लिए नि:शुल्क, अन्यों के लिए 100 रुपए
सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों, बुुजुर्गों नागरिकों व दिव्यांगों तथा बीपीएल कार्ड धारक मरीजों के लिए नि:शुल्क सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध होती है. वहीं अन्यों से सोनोग्राफी हेतु 100 रुपए का नाममात्र शुल्क लिया जाता है.

* निजी केंद्रों में लगते हैं 1000 रुपए
सरकारी अस्पताल में नि:शुल्क होने वाली सोनोग्राफी के लिए गर्भवतीम महिलाओं को निजी सोनोग्राफी केंद्रों में 1 से 2 हजार रुपए का खर्च होता है. 9 माह के गर्भाधान काल में 2 से 3 बार सोनोग्राफी करवानी पडती है. ऐसे में निजी सोनोग्राफी केंद्रों में जाने पर करीब 3 से 5 हजार रुपए खर्च हो जाते है, जबकि यहीं काम सरकारी अस्पतालों में पूरी तरह से नि:शुल्क तौर पर होता है.
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* गर्भ में पल रहे बच्चे की सुरक्षा हेतु सोनोग्राफी बेहद आवश्यक होती है. गर्भस्थ शिशु की वृद्धि, बच्चे को होने वाली रक्त आपूर्ति, मां को हो रही तकलीफ तथा गर्भजल परीक्षण के लिए सोनोग्राफी करना जरुरी होता है. सरकारी अस्पताल में सभी गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी पूरी तरह से नि:शुल्क की जाती है.
– डॉ. नरेंद्र सोलंके,
आरएमओ, जिला सामान्य अस्पताल

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