अमरावती/दि.19 – उर्ध्व वर्धा प्रकल्प से तिवसा शहर के लिए 0.678 दशलक्ष घन मीटर पानी आरक्षित किया गया है. इस तरह की मंजूरी का शासन निर्णय निर्गमित किया गया है. जिससे तिवसा शहर की पेयजल की समस्या कायम रूप से खत्म हुई है और लंबे समय तक पेयजल की उपलब्धता रहेगी. इस तरह की जानकारी राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिले की पालकमंत्री एड. यशोमती ठाकुर ने शुक्रवार को दी.
उर्ध्व वर्धा प्रकल्प से तिवसा नगर पंचायत के लिए 0.678 दलघमी बडे प्रमाण में पानी का हक्क मंजूरी मिलने बाबत प्रस्ताव विचारधीन था. उसके अनुसार सरकार ने मंजूरी दी है. जिससे तिवसा नगर पंचायत की जलापूर्ति योजना के लिए 0.678 दलघमी पानी उपलब्ध होनेवाला है. तिवसा शहर की वर्ष 2038 की अनुमानित जनसंख्या को विचार में लेकर पानी आरक्षण को मंजूरी दी गई है. बडी मात्रा में पानी का हक्क मंजूर होने से पेयजल की समस्या खत्म होने के साथ ही लंबे समय तक पानी की उपलब्धता रहेगी. ऐसा पालकमंत्री श्रीमती ठाकुर ने बताया.
स्थानीय निकाय संस्था आर्थिक रूप से सक्षम न रहने से उनके पास से पीने के पानी आरक्षण के बदले सिंचाई पुर्नस्थापना खर्च नहीं लिया जायेगा. ऐसा निर्णय में स्पष्ट किया गया है. तिवसा नगर पंचायत ने संपूर्ण सेवा क्षेत्र में बंदिश्त नाली का मल निस्सारण प्रणाली व बहते पानी पर प्रक्रिया प्रकल्प कार्यान्वित करना चाहिए. जिससे जलापूर्ति योजना के साथ ही तैयार होनेवाले बहते पानी पर प्रक्रिया हो पायेगी. राज्य जल परिषद के एकात्मिक जल प्रारूप के अनुसार प्रक्रिया किए गये पानी के कम से कम 30 प्रतिशत पानी का पुर्नइस्तेमाल कर ताजे पानी की जरूरत कम करने के निर्देश सरकार ने दिए है. किसी भी वर्ष के लिए पानी का वास्तविक कोटा उस वर्ष के 15 अक्तूबर के स्त्रोत जलाशय के पानी के वर्तमान स्थिति व निश्चित किए गये कमी वितरण की सूचना के अनुसार नदी, नाले अभिकरण द्वारा निश्चित किए जाते है. निकषों के अनुसार आवश्यक सभी मुद्दों की पूर्तता की जायेगी. जहां आवश्यक हो वहां निधि उपलब्ध कर दिया जायेगा. विकास कामों के लिए निधि की कमी महसूस नहीं होगी. इस तरह का विश्वास पालकमंत्री ने व्यक्त किया है.