१.२० करोड की निधि से होगा सायंसकोर मैदान का सौंदर्यीकरण
पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख ने करवायी थी निधि उपलब्ध
अमरावती प्रतिनिधि/दि.२१ – शहर का एकमात्र सबसे बडा सायंसकोर मैदान बदहाली की अवस्था में पडा हुआ था. पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख ने सायंसकोर मैदान की दुर्दशा को देखकर इसके सौंदर्यीकरण के लिए प्रयास किए थे. जिसमें सांयसकोर मैदान के सौंदर्यीकरण के लिए १.२० करोड की निधि मंजूर कर ली गई थी. आचार संहिता के चलते सौंदर्यीकरण का काम प्रलंबित रह गया था. किंतु अब जल्द ही यह मैदान बदहाली से दूर होगा. सांयसकोर मैदान में सुरक्षा दीवार के साथ हॉयमास्ट लाइट तथा मैदान को समतल कर ट्रैकिंग ड्रैनेज का कार्य किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि इस ऐतिहासिक मैदान पर बडे-बडे राजनीतिक नेताओं की विशाल जनसभाए हो चुकी है. पिछले कई वर्षो से जिलापरिषद की अनदेखी के चलते मैदान की साफ-सफाई भी नहीं की गई थी. इतना ही नहीं महानगरपालिका के कर्मचारी शहर का कूडा कचरा भी यहंा डाल देते थे. जिसके चलते इतना बडा मैदान कचराघर में परिर्वतित हो चुका था. रात में अंधरे के चलते यहां पर असामाजिक तत्वों द्वारा असामाजिक कार्य किए जा रहे थे. इसके बावजूद भी संबंधित प्रशासन ने कडे कदम नहीं उठाए. आए दिन घूमंतुओं व भिखारियों का भी जमावडा यहां रहता था. जिसके कारण गंदगी भी यहां फैल रही थी.
इस ऐतिहासिक मैदान की दुर्दशा को देखते हुए पूर्व विधायक सुनील देशमुख ने मई २०१९ में डीपीडीसी से मैदान के लिए निधि उपलब्ध करवायी थी. जून महीने में निविदा प्रक्रिया शुरु किए जाने का आश्वासन भी दिया था. किंतु विधानसभा चुनाव के दौरान लगायी गई आचार संहित के चलते इस मैदान के सौंदर्यीकरण का काम प्रलंबित रह गया था. जिसमें अब एक वर्ष के बाद मैदान के सौंदर्यीकरण के कार्य को पुन: गति मिली है. जल्द ही इस ऐतिहासिक मैदान का कायापलट किया जाएगा.
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इस तरह होगा मैदान का कायापलट
शहर के मध्य में स्थित सांयसकोर मैदान १०३० मीटर तक फैला है. जिसकी सुरक्षा दीवारे टूट चुकी है. ११० मीटर दीवार के साथ उस पर सुरक्षा जाली लगायी जाएगी. जिसकी वजह से कोई दीवार लांघकर मैदान के भीतर प्रवेश नहीं कर पाएगा. मैदान में दो मीटर उंचाई वाले तीन बडे गेट लगाए जाएगें. यह गेट ऐसे होंगे की जिससे मैदान के भीतर का बाहरी लोगों को दिखायी नहीं देगा. गेट पर सुरक्षा गार्डो की तैनाती की जाएगी. मैदान में प्रकाश के लिए ४ से ५ हायमास्ट लाइट लगाए जाएगें. साथ ही प्रत्येक गेट पर सीसीटीवी कैमरें लगाए जाएगें.