प्रतिनिधि/दि.२५
अमरावती-कोरोना वायरस के लगातार बढते संक्रमण के चलते मार्च माह से जिले की शालाओं में शालेय पोषाहार नहीं पकाया गया. परिणामस्वरूप अप्रैल व मई माह में शिक्षकों ने इस पोषाहार को जिले की १४ तहसीलों की शालाओं में पढनेवाले २ लाख ४४ हजार २४४ विद्यार्थियों में से १ लाख ६७ हजार ४१ विद्यार्थियों को वितरित किया है. जिसके तहत ८ लाख ४९ हजार ६२४ किलोग्राम चावल तथा १ लाख ९४ हजार ६०५ किलो दाल व कडधान्य का वितरण किया गया. वहीं विविध कारणों के चलते करीब ७७ हजार २०३ विद्यार्थी शालेय पोषाहार प्राप्त करने की सुविधा से वंचित रहे. बता दें कि, राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा १ ली से ८ वीं तक के विद्यार्थियों को पोषण आहार दिया जाता है. इस समय कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए जिले की सभी शालाएं बंद है. परिणामस्वरूप शिक्षा विभाग द्वारा पोषण आहार वितरित करने के निर्देश दिये गये थे. जिसके चलते सभी शिक्षकों ने संबंधित विद्यार्थियों के पालकों को अप्रैल व मई माह के दौरान शाला में बुलाकर इस पोषण आहार का वितरण किया. अमरावती जिले के अमरावती, अचलपूर, भातकुली, चांदूर बाजार, मोर्शी, वरूड, तिवसा, धामणगांव रेलवे, चांदूर रेलवे, नांदगांव खंडेश्वर, अंजनगांव सूर्जी, दर्यापुर, धारणी व चिखलदरा इन तहसीलों में २ हजार ३९३ शालाओं में इस पोषणआहार का वितरण किये जाने की जानकारी जिला परिषद के प्राथमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा दी गई है.
* शेष बचे स्टॉक से हो रहा वितरण
कोरोना के चलते मार्च माह से शालाएं बंद है. जिसके चलते शालाओं में अप्रैल व मई माह तक पोषण आहार का जो स्टॉक शेष बचा था, उसे विद्यार्थियों के पालकों को शाला में बुलाकर वितरित किया गया है. इस समय जो विद्यार्थी व पालक पोषाहार प्राप्त करने हेतु शाला में आये, उन्हें इसका लाभ मिला. वहीं कई अभिभावक पोषाहार प्राप्त करने हेतु शाला में आये ही नहीं. इसके अलावा मई माह के दौरान पोषणआहार का स्टॉक खत्म हो जाने के चलते भी कई विद्यार्थी इस सुविधा से वंचित रह गये. ऐसी जानकारी शिक्षा विभाग द्वारा स्पष्ट की गई है.
विस्तृत विवरण
जिले में कुल शालाएं – २,३९३
कक्षा १ ली से ८ वीं के विद्यार्थी – २,४४,२४४
पोषण आहार प्राप्त विद्यार्थी – १,६७,०४१
वितरित चावल – ८,४९,६२४ क्कींटल
वितरित दाल व अनाज – १,९४,६०४ क्कींटल
वंचित विद्यार्थी – ७७,२०३ क्कींटल
फरवरी व मार्च माह में पोषण आहार का स्टॉक उपलब्ध हुआ था. पश्चात मार्च माह के मध्यतक पोषण आहार का वितरण हुआ, लेकिन इसके बाद कोरोना के चलते सभी शालाओं को बंद कर दिया गया. जिसके पश्चात अपने पास शेष बचे स्टॉक को संबंधित शालाओं द्वारा विद्यार्थियों में वितरित कर दिया गया. मार्च माह के बाद से पोषण आहार के नये स्टॉक की आपूर्ति नहीं हुई है.