* विभिन्न नस्लों के बकरों की खरीदी शुरु
अमरावती/दि.8 – आगामी 10 जुलाई को बकरा ईद है. इसकी तैयारियां जहां शुरु कर दी हैं, वहीं बडे पैमाने पर शहर में बकरे की खरीदी भी शुरु हो गई है. बकरे के बाएं कान पर अल्लाह लिखा हुआ है. इसकी कीमत 1 लाख 50 हजार रुपए का है. यह सभी के आकर्षण का केंद्र बन गया है. बकरी ईद को ईद-उल-अजहा कहा जाता है. इस मौके पर बकरों की कुर्बानी दी जाती है. महंगाई की मार इस साल बकरों पर भी पडी है.
* इंधन के दाम बढने से यातायात का खर्च बढा
बकरा व्यापारियों के मुताबिक पेट्रोल-डीजल महंगा होने के कारण अलग-अलग राज्यों से बकरों को लाने का खर्च भी बढ रहा है. बकरों को लाने के बाद उनके चारे पर भी खर्च करना पडता है. इनकी कीमतों में भी इजाफा होने का असर पडा है. लाए गए बकरे को चना, गेंहू, जौ, ज्वरी, ढेप जैसे पदार्थ के महंगे होने से इन बकरों की कीमतों मेें भी वृद्धि हुई है.
* बाजार में विविध नस्लों के बकरों की डिमांड
शहर में कडबी बाजार, इतवारा और ट्रांसपोर्ट नगर वलगांव रोड पर बकरा बाजार सजा है. बाजार में तोतापरी नस्ल, राजस्थान के कोठा, महावन, जमनापारी, अजमेरी और गावरान जैसी नस्लों के बकरे बाजार में पहुंचे हैं.
* इन स्थानों से आ रहे व्यापारी
दो साल के बाद बकरी ईद की तैयारी की जा रही हैं. इसमें अलग-अलग जिलों से भी बकरा व्यापारी बकरे लेकर पहुंच रहे हैं. अमरावती, अकोला, नागपुर, यवतमाल के साथ ही आसपास के जिलों के व्यापारी यहां पहुंच रहे हैं.
* 1,50,786 का बकरा बना आकर्षण
पाकीजा कॉलोनी निवासी मो. तौफिक का बकरा शहर में चर्चा का विषय बना है. इस बकरे की खूबी यह है कि, इसके बाएं कान पर अल्लाह लिखा है. इसकी कीमत भी 1 लाख 50 हजार 786 रुपए रखी है. इस साल बाजार में 90 किलो वजन का राजस्थानी कोठा बकरा 58 हजार में बिकने वाला है, मो. तौफिक के बकरे की कीमत अभी तक की सर्वाधिक बताई जा रही है. ढाई साल का यह बकरा मालवा गुलाबी अंडुल नस्ल का है. इसका वजन 85 किलो और लंबाई 5 फुट और उंचाई साढे तीन फिट है.