अमरावतीमहाराष्ट्र

जिले के 1.62 लाख बच्चों को जल्दी उठने से राहत

प्राथमिक शाला का सत्र सुबह 9 बजे के बाद

* शिक्षा महकमे का निर्णय स्वागत योग्य
अमरावती/ दि.24-कक्षा पहली से चौथी अर्थात प्राथमिक शालाओं में सुबह 9 बजे के बाद कक्षाएं लेने के शिक्षा विभाग के निर्णय से जिले में लगभग 2588 शालाओं के 1.62 लाख नन्हें विद्यार्थियों को राहत मिली है. उन्हें अब सबेरे जल्दी नहीं जागना पडता. उल्लेखनीय है कि कुछ माह पहले राज्यपाल रमेश बैस ने स्कूलों के लिए नन्हे बच्चों को जल्दी जगाने को ठीक नहीं बताया था. जिसके बाद पिछले माह शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया और तमाम शालाओं में इसी सत्र से निर्णय लागू कर दिया गया है.

* माता-पिता को राहत
नन्हें मुन्नों के साथ उनके माता-पिता को भी सबेरे हडबडी में जागने, बच्चे को तैयार करने, टीफिन तैयार करने आदि में थोडी राहत मिली है. पहले सवा सात बजे क्लासेस लगने से विद्यार्थियों को 6 बजे जगाकर विशेषकर माताओं को उन्हें तैयार करने एवं साथ ही टीफिन तैयार करना पडता

.* क्या कहती है गृहणी
एक गृहिणी नीता ढेंगे ने अमरावती मंडल को बताया कि अब थोडी हडबडी कम हो गई है. उन्होंने कहा कि छोटे- बच्चे को जगाना और स्नान आदि करवाकर तैयार कर भेजना पडता था. 9 बजे तक का समय ठीक होने की बात भी नीता ढेंगे ने कही.

* जिले में कितने विद्यार्थी
कक्षा पहली-42068
कक्षा दूसरी- 45661
कक्षा तीसरी- 39482
कक्षा चौथी-35603
जिले में प्राथमिक शालाएं
जिला परिषद- 1579
मनपा- 63
पालिका- 96
अनुदानित- 628
बिना अनुदानित- 280

जानकारों का कहना
शिक्षा तज्ञ नितिन तायडे ने कहा कि उनका व्यक्तिगत मत है कि शाला में जाने के लिए बच्चों को सबेरे जल्दी जागने की आदत है. यह अनुशासन बिगडना नहीं चाहिए. वहीं मानसोपचार विशेषज्ञ डॉ. अमोल गुल्हाने ने कहा कि विद्यार्थियों की दृष्टि से यह निर्णय एकदम योग्य है. उनका अध्ययन पर ध्यान केन्द्रित होगा. वे मानसिक रूप से मजबूत होंगे.

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