8 केंद्रों पर खरीदी गई 1 लाख 70 हजार 692 क्विंटल कपास
किसानों को 66 करोड से अधिक का किया गया भुगतान
अमरावती/दि.22 – जिले में 8 केंद्रों पर नवंबर से ही न्यूनतम समर्थन मूल्य के अनुसार कपास खरीदी प्रक्रिया जारी है. इसके अलावा कृषि उपज मंडी में भी खरीदी जा रही है. कपास की फसल को तीन श्रेणियों में बांटा गया है. 5615 रुपए से लेकर 5765 रुपए तक किसानों को समर्थन मूल्य प्राप्त हो रहा है. सरकारी केंद्रों से खरीदी गई कपास की मात्रा गत वर्ष की तुलना में 30 हजार क्विंटल अधिक है. उल्लेखनीय है कि शुरुआत में किसानों को फसलों में गुणवत्ता न होने से निजी केंद्रों पर ही कपास दर्जेदार होने से किसानों को एमएसपी पर की गई खरीदी का काफी लाभ मिला है. जिला कॉटन फेडरेशन द्बारा दिए गए आंकडों के अनुसार अमरावती जिले के दर्यापुर, मोर्शी, वरुड, अचलपुर, नांदगांव, अंजनगांव, तिवसा व अमरावती केंद्रों पर कुल 1 लाख 70 हजार 692 क्विंटल कपास की खरीदी की गई है. इसके लिए किसानों को 6 करोड 47 लाख 7 हजार 506 रुपए का भुगतान किया गया है, जबकि पिछले वर्ष सरकारी केंद्रों पर 1 लाख 40 हजार क्विंटल के आसपास ही कपास पहुंची थी. इसके लिए 5 करोड 80 लाख 978 रुपए का भुगतान किया गया था. इस बार समर्थन मूल्य में बढोत्तरी व कपास की फसल में हुई अच्छी पैदावार का लाभ भी किसानों को मिल पाया है. फरवरी के शुरुआती 15 दिनों तक खरीदी होगी.
जब तक सरकारी केंद्रों पर कपास की खरीदी शुरु नहीं हुई थी, तब तक निजी केंद्रों पर व्यापारी अपनी सुविधानुसार दाम तय कर रहे थे और किसानों को मजबूरन व्यापारियों के दबाव का शिकार बनना पड रहा था. नवंबर में न्यूनतम समर्थन मूल्य के अनुसार खरीदी प्रक्रिया शुरु होने के बाद दिसंबर के अंत से कपास की कीमतों में उछाल देखा गया है और फिलहाल निजी खरीददार भी 5800 प्रति क्विंटल के आसपास कीमत देते दिखाई दे रहे है.
- शासन की ओर से कपास को लेकर कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किए जाते. खरीदी प्रक्रिया शुरु रहने के दौरान हम अपनी क्षमता के अनुसार किसानों से कपास खरीदते है. इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में अधिक खरीदी की गई है. जिसका लाभ किसानों को मिलेगा.
– वैभव कांबले,
उप विभागीय अधिकारी, कॉटन फेडरेशन