दहीहांडी में शामिल होनेवाले 1 लाख स्पर्धको का रहेगा बीमा
महाराष्ट्र में अब तक 11 हजार गोविंदाओं का बीमा
* अमरावती जिले में अब तक कोई पंजीयन नहीं
अमरावती/दि.23– दहीहांडी पर्व के लिए अब 6 दिन शेष बचे है. दहीहांडी का स्तर बनाते समय गिरने से गोविंदा की टीमों को इंश्योरंस कवर भी दिया जाता है. पिछले वर्ष प्रदेश में 95 हजार गोविंदाओं का बीमा कराया गया था. इस वर्ष एक लाख गोविंदाओं का बीमा पंजीकरण होने की उम्मीद जताई जा रही है.
सरकार ने 75 हजार गोविंदाओं का बीमा करने की घोषणा की गई है. घोषणा के मुताबिक दहीहांडी में शामिल होनेवाले स्पर्धको का बीमा रजिस्ट्रेशन शुरु हो गया है. लेकिन बताया जाता है कि, अमरावती जिले में किसी भी मंडल के खिलाडियों का बीमा रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है. दहीहांडी उत्सव के दौरान परत चढाते समय गोविंदा परत से गिरकर घायल हो जाते है. लेकिन सुरक्षा कवच के जरिए गोविंदा को इलाज के खर्च में राहत मिल रही है. पिछले वर्ष 16 स्पर्धक चोट लगने के कारण अस्पताल में भर्ती किए गए थे. बीमा कंपनी ने उनके इलाज के लिए 17 से 18 लाख रुपए का भुगतान किया था, ऐसी जानकारी ओरिएंटल इंश्युरंस कंपनी के सूत्रों से मिली है. बीमा नाम पंजीयन के लिए बोर्ड के लेटरहेड पर गोविंदा का नाम, आयु, मोबाईल नंबर आदि के साथ अनुरोध पत्र देना होता है. आवेदन के साथ गोविंदाओं की सूची भी संलग्न करनी होती है. बीमा कवरेज की अवधि बीमा प्रिमीयम से लेकर गोविंदा अभ्यास और दहीहांडी उत्सव के पूरा होने तक है.
* आकस्मिक मौत पर भी मुआवजा
दहीहांडी में शामिल होनेवाले स्पर्धक की आकस्मिक मृत्यु होने पर भी मुआवजा दिया जाता है. दुर्घटना में मृत्यु पर 10 लाख रुपए, दो अंगो अथवा दो आंखो की हानी पर 10 लाख रुपए, एक हाथ-पैर अथवा एक आंख की हानी पर 5 लाख रुपए, स्थायी विकलांगता के लिए 10 लाख रुपए और स्थायी आंशिक विकलांगता के लिए 10 लाख रुपए तक मुआवजे का प्रावधान बीमा सुरक्षा कवच पॉलिसी में होता है. साथ ही एक लाख रुपए तक अस्पताल खर्च भी इसमें कवर होता है.