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9 में से 1 सैम्पल की स्वाईन फ्ल्यू रिपोर्ट पॉजीटिव

घबराने की बात नहीं, लेकिन सतर्कता जरूरी

अमरावती/दि.26- विगत कुछ दिनों से अमरावती शहर के कुछ मरीजों में स्वाईन फ्ल्यू सदृश्य बीमारी के लक्षण पाये जा रहे है. ऐसे में स्वास्थ्य महकमे द्वारा संदेहित मरीजों की जांच करने का निर्णय लिया गया. जिसके तहत विगत एक सप्ताह के दौरान कुल 9 मरीजों के सैम्पल जांच हेतु पुणे एवं नागपुर की प्रयोगशालाओं में भिजवाये गये थे. जिसमें से एक मरीज के सैम्पल की रिपोर्ट पॉजीटीव आयी है. वही अन्य आठ सैम्पलों की रिपोर्ट निगेटीव रही.
बता दें कि, करीब 20 दिन पहले अमरावती शहर में रहनेवाले 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत स्वाईन फ्ल्यू की बीमारी के चलते होने की जानकारी सामने आयी थी. जिससे अच्छा-खासा हडकंप मच गया था. वहीं इसके बाद 12 अगस्त को सुपर स्पेशालीटी अस्पताल में एक और स्वाईन फ्ल्यू संदेहित मरीज की मौत हुई. ऐसे में मृतक मरीज के साथ ही अन्य तीन मरीजों के सैम्पल जांच हेतु भिजवाये गये. इसके साथ ही तीन दिन पूर्व और पांच लोगों के सैम्पल भी भिजवाये गये. पश्चात विगत 24 अगस्त को पहले भेजे गये चारों सैम्पलों की रिपोर्ट प्राप्त हुई, जो निगेटीव थी, यानी 12 अगस्त को जिस मरीज की मौत हुई थी, वह स्वाईन फ्ल्यू की वजह से नहीं हुई थी. वही 25 अगस्त को शेष पांच सैम्पलों की रिपोर्ट भी प्राप्त हुई. जिसमें एक 60 वर्षीय व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजीटीव आयी है. वहीं अन्य चार मरीजों की रिपोर्ट निगेटीव आयी थी.
उल्लेखनीय है कि, स्वास्थ्य संचालक कार्यालय ने चार दिन पहले ही विद्यापीठ की कोविड टेस्ट लैब में ही स्वाईन फ्ल्यू सैम्पलों की टेस्ट करने का निर्देश जारी किया है. किंतु इस टेस्ट के लिए आवश्यक रहनेवाली ‘इंफ्ल्यूएंझा आरटी-पीसीआर कीट’ अब तक विद्यापीठ की प्रयोगशाला को प्राप्त नहीं हुई है. ऐसे में इस कोविड टेस्ट लैब में स्वाईन फ्ल्यू से संबंधित जांच का काम भी शुरू नहीं हुआ है. इस बारे में जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर विद्यापीठ कोविड टेस्ट लैब के नोडल अधिकारी डॉ. प्रशांत ठाकरे ने बताया कि, विद्यापीठ की प्रयोगशाला के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट कीट तथा प्रयोगशाला के स्टाफ हेतु एंटी डोज प्राप्त होते ही स्वाईन फ्ल्यू सैम्पलों की जांच का काम शुरू कर दिया जायेगा.

डेंग्यू के 18 व चिकनगुनिया के 10 मरीज
* अगस्त माह में कीटकजन्य बीमारियों के संक्रमित बढे
जिलें में अगस्त माह के दौरान डेंग्यू के 18, चिकनगुनिया के 10 तथा मलेरिया के 7 पॉजीटिव मरीज पाये गये है. ऐसे में कीटकजन्य बीमारियों के लगातार बढते प्रभाव को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा सतर्क हो गया है और अब जिले में विभिन्न उपाययोजनाएं चलाई जा रही है.
जानकारी के मुताबिक जिले में जनवरी से अगस्त तक 144 डेंग्यू संदेहित मरीजों के रक्तजल सैम्पल जांच हेतु भिजवाये गये. जिसमें से 28 मरीजों की रिपोर्ट पॉजीटीव रही. इनमें 18 मरीज केवल अगस्त महिने में ही पाये गये है. इसके साथ ही विगत आठ माह के दौरान चिकनगुनिया के 21 तथा मलेरिया के 21 मरीज पाये गये है.

गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष संक्रामक बीमारियों के फैलने का प्रमाण कम है. जनवरी से अगस्त तक जिले में डेंग्यू के 28 तथा मलेरिया व चिकनगुनिया के 21-21 मरीज पाये गये है. इसमें जारी अगस्त माह में ही जलजन्य व कीटकजन्य बीमारियों का प्रमाण बढा है. ऐसे में सभी लोगोें ने अपने स्वास्थ्य की ओर विशेष तौर पर ध्यान देना चाहिए.
– डॉ. शरद जोगी
जिला मलेरिया अधिकारी

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