अमरावतीमहाराष्ट्र

100 रुपए में एक क्विंटल गेहूं साफ

सीधे ले जा सकते है पिसाई करने

अमरावती /दि.8– इस समय गेहूं का सीजन चल रहा है और किसानों का रुझान हार्वेस्टर की ओर है. इस समय जिले में अन्य राज्यों से हार्वेस्टर पहुंचे चुके है. हार्वेस्टर से निकाले गये गेहूं को 100 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से छन्नी लगाने हेतु दिये जाने पर गेहूं इतना साफ सूथरा हो जाता है कि, उसे सीधे आटा चक्की पर जाकर पिसाया जा सकता है.

* हार्वेस्टर से निकाले गये गेहूं में होता है कचरा
हार्वेस्टर से गेहूं निकालते समय गेहूं के साथ कई तरह का कचरा भी उखडकर आ जाता है. गेहूं की कटाई के समय घास फूस, सडे हुए दाने और बारिश कुट्टी भी गेहूं के साथ रह जाती है. इसके अलावा हार्वेस्टर के जरिए गेहूं की कटाई करते समय मिट्टी व कंकाड भी गेहूं के साथ आकर मिल जाते है. जिसके चलते हार्वेस्टर के जरिए निकाले गये गेहूं को बाद में छन्नी लगाना बेहद जरुरी होता है, ताकि पूरा कुडा करकट व मिट्टी पत्थर का बाहर निकालकर गेहूं को साफ सूथरा किया जा सके.

* फिल्टर करने के बाद गेहूं हो जाता है साफ
हार्वेस्टर के जरिए गेहूं निकालने के बाद उसे छन्नी से छान लेने पर गेहूं एकदम साफ-सूथरा व अच्छी गुणवत्ता वाला हो जाता है. इस हेतु प्रति क्विंटल 100 रुपए का शुल्क लिया जाता है. हार्वेस्टर से गेहूं निकालने के बाद फिल्टर करने वाले कई यूनिट है, जिसमें टैक्टर पर रहने वाले छोटे यूनिट द्वारा 100 रुपए प्रति क्विंटल की दर पर गेहूं का फिल्टर किया जाता है. वहीं कई किसानों द्वारा अपने घर पर ही फिल्टर की प्रक्रिया की जाती है.

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