परतवाडा/दि.17 – शहर के विविध चौराहों पर, सडक किनारे और कहीं पर भी पडे दिखने वाले अनाथ, घुमंतु, मानसिक रोगी सभी की उपूेक्षा का शिकार होते हैं. शहरों में मनोरुग्ण घुमंतुओं की बढती संख्या कोई नया विषय नहीं है. परंतु ऐसे अनाथों को प्यार का सहारा देकर और उनकी सेवा कर अनुठे ढंग से स्वतंत्रा दिवस मनाने का अनुकरणीय व सराहनीय कार्य परतवाडा के युवकों ने किया है. इस अभियान अंतर्गत दर्जनभर मनोरोगियों को नहलाकर उनके बाल, दाढी, नाखून काटकर, अच्छे कपडे पहनाए गए. इतना ही नहीं तो उन्हें मिष्ठान्न व अल्पोपहार देकर उनकी आवाभगत की गई.
शहर में हर चौराहे, सडक किनारे पडे दिखाई देने वाले अनाथ, घुमंतु मनोरोगियों की सेवा कर स्वतंत्रता दिवस मनाने का अनोखा उपक्रम परतवाडा के आजाद हिंद सेना की ओर से लिया गया. जिसके तहत क्षेत्र से 10 से 12 मनोरोगियों को एक जगह इकट्ठा कर उन्हें नहलाया गया. दाढी, कटींग कराई गई व नए कपडे पहनाए गए. जिस पर आजाद हिंद सेना के इस अनुकरनीय पहल की सभी ने दखल लेकर सराहना की.
मानसिक रुप से सहारा मिला
आजादी के अमृत महोत्सव पर्व पर अनाथ मनोरोगियों को मानसिक सहारा देने का कार्य आजाद हिंद सेना के सदस्यों ने किया. इस अभियान में जितेंद्र रोडे, मोनू सुले, राम पाटील, अनिल माथने, किशोर वडतकर, तुषार उघडे, प्रमोद गुल्हाने, ऋषिकेश बारब्दे, उद्देश टेहरे, विपुल बाटे, शुभम खेरडे, अर्जुन उपाध्याय, स्वप्नील खांडेकर, अभिषेक सातपुते, सौरभ बांबलकर, यश चडोकार, आशु मोहोड, प्रज्वल हाडोले, सार्थक काठोले, राधेश्याम घोम, प्रिंयाशु कौतिककर, प्रथमेश जडे, टिकु घवे, यश सराटकर, श्रीमल दवंडे, प्रखर खारोने, ऋषि चौधरी आदि ने सहभाग लिया था. इन सभी मनोरोगियों के लिए अनुराग चंदनानी ने नए कपडे की व्यवस्था कराई.