अमरावती/प्रतिनिधि दि.१७ – स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत गंदगीमुक्त गांव में घनकचरा प्रबंधन कार्य तेजी से चलाए जा रहे है. जिसके चलते अब जिले की 10 ग्रामपंचायतों को गंदगीमुक्त ओडीएफ प्लस घोषित किया गया हैं.
बता दें कि जिले में हाल की स्थिति में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण -2 पर अमल किया जा रहा है. जिले के सभी ग्रामीण इलाकों में सफाई के कार्य तेजी से चलाए जा रहे है. गंदे पानी के घनकचरे का प्रबंधन करने के साथ ही स्कूल, अंगणवाडी व गांव में सभी सार्वजनिक जगहों पर स्वच्छता सभी सुविधाएं उपलब्ध कराकर देना, व्यक्तिगत व सार्वजनिक शौचालय का उपयोग व उससे संबंध में जनजागृति, सार्वजनिक के अलावा व्यक्तिगत शोैच गड्ढे, प्लास्टिक कचरा, वर्गीकरण संकलन आदि निकषों की पूर्तता करने वाले गांवों को गंदगीमुक्त घोषित किया जाएगा. पहले चरण में जिले के 10 ग्रामपंचायतों को ओडीएफ प्लस घोषित किया गया है. इनमें वरुड तहसील के धनोडी, सावंगा, चांदुर बाजार तहसील के गोविंदपुर, धामणगांव रेलवे तहसील के बोरगांव निस्ताने, अचलपुर तहसील के सावली दापुरा, अमरावती तहसील के पारडी, मोर्शी तहसील के लेहगांव, सावरखेड, नांदगांव खंडेश्वर तहसील के मोखड और अंजनगांव सुर्जी तहसील के शिरगव्हाण का समावेश है.
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क्या है ओडीएफ प्लस
गंदगीमुक्त यानी ओडीएफ प्लस होता है. गंदगीमुक्त हो चुके गांव में नियमित रुप से स्वच्छता रखने के साथ ही घनकचरा प्रबंधन, व्यक्तिगत व सार्वजनिक शौचालय का नियमित रुप से इस्तेमाल करने, स्कूल, अंगणवाडी के अलावा गांव के सभी सार्वजनिक स्थलों की साफसफाई व सुविधाएं रखना ही होता है.
शाश्वत स्वच्छता को लेकर ग्रामपंचायतों ने अपने कार्यों की दिशा तय करना चाहिए. अपने गांव को ओडीएफ प्लस में लाने के लिए प्रयास करना चाहिए. इसके अलावा शौचालयों का नियमित उपयोग करने के साथ ही स्कूल, अंगणवाडी, सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता बरकरार रखते हुए गांव को गंदगीमुक्त करने का प्रस्ताव पेश किया जाए.
– अविशांत पंडा,
मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिप.