अमरावती

शहर से 10 कि.मी. दूर शासकीय जगह पर अस्थायी स्मशान भूमि बनाये

युवास्वाभिमान पार्टी कार्यकर्ताओं ने निगमायुक्त को सौंपा निवेदन

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२२ – शहर में कोरोना संक्रमण से जिन मरीजों की मृत्यु हो रही है, उनका अंतिम संस्कार करते समय उड़ने वाला धुआं व राख हवा के जरिए परिसर में फैल रहा है. जिससे संक्रमण बढ़ने की प्रबल संभावना है. इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से अंतिम संस्कार के लिये शहर से 10 कि.मी. की दूरी पर शासकीय जगह पर अस्थायी स्मशान भूमि का प्रावधान करने की मांग युवा स्वाभिमान पार्टी की ओर से निगमायुक्त को सौंपे गये निवेदन में की है.
निवेदन में बताया गया कि अमरावती शहर में तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है. वहीं कोरोना से मरने वाले मरीजों का आंकड़ा भी बढ़ गया है. मृतकों का अंतिम संस्कार करने के लिये भी हिंदू स्मशान भूमि में जगह की कमी पड़ रही है. जिसके चलते पार्किंग में भी अंतिम संस्कार कराये जा रहे हैं. इसके अलावा गैस दाहिनी में भी अंतिम संस्कार किये जा रहे हैं. जिसमें मृतकों का शव पीपीई कीट सहित जलने से धुआं और राख भी हवा में उड़ रही ह ै. जिससे संक्रमण बढ़ने की संभावना है.
इसी तरह शंकरनगर स्मशान भूमि, विलास नगर स्मशान भूमि, फ्रेजरपुरा स्मशान भूमि व शहर में अन्य स्मशान भूमि है, लेकिन यह सभी स्मशान भूमि शहर के मध्य हिस्से में स्थित है. इसलिए यहां पर कोरोना से मृत मरीजों का अंतिम संस्कार नहीं किया जाये. सुरक्षा की दृष्टि से अंतिम संस्कार करने के लिये शहर से 10 कि.मी. दूरी पर बाहरी शासकीय जगह का अस्थायी प्रबंध स्मशान भूमि के लिये किया जाये.
निवेदन सौंपते समय युवा स्वाभिमान के जिलाध्यक्ष जितू दुधाने, संजय हिंगासपुरे, आशिष गावंडे, सुमती ढोके, अभिजित देशमुख, अनुप अग्रवाल, निलेश भेंडे, अंकुश ठाकरे, गणेश मारोडकर, रवि अढोकार, सचिन बोंडे, सद्दाम हुसेन, आकाश राजगुरे आदि उपस्थित थे.

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