अमरावती

नए वित्तीय वर्ष में 10 नई बसें करवाई जाएगी उपलब्ध

अमरावती डिपो में दाखिल हुई 5 लालपरी

* जिले में 20 बसों की मांग
अमरावती/दि.16– बसों की घटती संख्या के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसी समस्या के समाधान के लिए महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन महामंडल ने राज्य के सभी डिपो को स्वामीत्व की ‘लालपरी’ उपलब्ध करवाने का निर्णय लेते हुए अपने वर्कशॉप में बसें तैयार करना शुरु किया है. रविवार को एसटी महामंडल के अमरावती डिपो-1 में कुल 5 बसें दाखिल हुई. इनमें से एक बस शुक्रवार को तथा शेष 4 बसें रविवार को दाखिल हुई. आगामी बुधवार, 17 मई तक अमरावती डिपो-1 को और 5 बसें मिलेंगी. यह सभी बसें औरंगाबाद के वर्कशॉप से भेजी जा रही हैं. बता दें कि, संपूर्ण राज्य में वित्तीय वर्ष में 8 हजार एसटी बसें उपलब्ध करवाने का मानस है. इनमें से कुछ बसें किराये पर तथा कुछ मिल्कियत की होंगी. फिलहाल जो ‘लालपरी’ उपलब्ध हुई है. वह एसटी महामंडल की मालकियत की है. 600 बसों का पहला लॉट उपलब्ध संपूर्ण राज्य में महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन महामंडल (एसटी) से विविध डिपो व्यवस्थापकों द्वारा यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नई बसें उपलब्ध करवाने की मांग की थी. इस मांग अनुसार पहले चरण में एसटी महामंडल ने स्वयं के वर्कशॉप में कुल 500 से 600 नई एसटी बसें तैयार की हैं. जिसे अब प्रत्येकी 10-10 के लॉट में जिला निहाय उपलब्ध करवाया जा रहा है. अमरावती जिले को भी पहले चरण में 10 बसें उपलब्ध हो रही हैं.
यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए तथा वित्तीय वर्ष में की गई मांग अनुसार एसटी महामंडल के जिला कार्यालय को नये वित्तीय वर्ष में 10 नई एसटी बसें उपलब्ध करवाई जा रही हैं. जिनमें से रविवार तक कुल 5 नई एसटी बसें मध्यवर्ती बस स्थानक अर्थात अमरावती डिपो-1 में दाखिल हुईं. बता दें कि, एसटी महामंडल की अधिकांश बसों की लाइफ लाइन समाप्त हो चुकी है. जिसके कारण अब उन्हें आउटडेटेड घोषित किया गया है. ऐसी स्थिति में हर डिपो पर बसों की संख्या पहले के मुकाबले घटी है. कई बसें कबाड होने से डिपो के वर्कशॉप में दुरुस्ती के लिए पड़ी रहती हैं.

पहले चरण में 10 बसें होंगी उपलब्ध
अमरावती जिले के डिपो-1 से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या अधिक रहने से यहां कुल 10 नयी बसों की मांग रही. इसके अलावा जिले के अन्य 7 डिपो के लिए और 10 बसें इस प्रकार कुल 20 एसटी बसों की मांग की गई है. इनमें से पहले चरण में 10 बसें उपलब्ध हो रही हैं. जिसे डिपो-1 को दिया जाएगा.
-निलेश बेलसरे, विभागीय नियंत्रक, रापनि
* व्यवस्थापकीय संचालक ने किया अभिनंदन
महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन महामंडल के उपाध्यक्ष तथा व्यवस्थापकीय संचालक शेखर चन्ने ने कर्मचारियों को 11 मई को पत्र भेज सभी का अभिनंदन किया है. कोरोना महामारी, कर्मचारियों की हड़ताल के बाद अप्रैल 2022 से एसटी महामंडल की सेवा आरंभ हुई. तब से लेकर वर्तमान तक महामंडल पूर्ववत होने का प्रयास कर रहा है. जिसमें विविध योजनाओं के चलते यात्रियों की बढ़ती संख्या के कारण सफलता मिल रही है. महामंडल ने 1 मई से आगामी 30 अप्रैल 2024 तक डिपो परिसर में ‘स्वच्छ सुंदर बसस्थानक’ की संकल्पना को साकार किया है. इस स्पर्धा में अ, ब तथा क श्रेणियों में स्वच्छ डिपो रखने वाले डिपो व विभाग को पुरस्कारों से नवाजा जायेगा. उन्होंने इस अभिनंदन पत्र द्वारा कहा कि, ग्रीष्मकाल व विविध योजनाओं को सफलतापूर्वक अमल में लाने कर्मचारी जो प्रयास कर रहे हैं. उसके कारण एसटी की औसतन नियमित आमदनी 18 करोड़ से अधिक हो चुकी है. इस गुणवत्ता को बनाये रखने सभी ने संयुक्त रुप से प्रयास करने का आह्वान भी इस पत्र के माध्यम से उन्होंने किया है.
* किराये से मिलेंगी ‘ई-बसें’
बता दें कि, एसटी महामंडल को आगामी समय में पर्यावरण संवर्धन, ईंधन की बचत, खर्च पर नियंत्रण ऐसे विविध कारणों के चलते राज्य सरकार ने ‘ई-एसटी बसें’ उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है. किंतु यह सभी बसें ‘लालपरी’ की तरह एसटी महामंडल की स्वामीत्व की नहीं होंगी. इसके लिए महामंडल को पैसे चुकाने पड़ेंगे. आरंभ में शिवशाही की तरह 50 ‘ई-एसटी बसें’ महामंडल को किराये पर प्राप्त होंगी.

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