10 प्रतिशत शिक्षकों की घर से ही क्लास!
कुछ पॉजीटीव; मात्र ऑनलाइन पढ़ाई शुरु, शिक्षा विभाग के पास डाटा नहीं
अमरावती/दि.5– विगत दो वर्षों से विद्यार्थियों की पढ़ाई में कोरोना खलनायक साबित हो रहा है. अब ऑनलाइन शिक्षा शुरु रहने पर अनेक शिक्षक कोरोना पॉजीटीव हो रहे हैं. जिसके चलते इन शिक्षकों को स्कूल न जाते हुए घर से ही विद्यार्थियों की ऑनलाइन क्लास लेनी पड़ रही है.
300 से अधिक शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी कोरोना पॉजीटीव हुए हैं. मात्र जि.प. के प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इस संदर्भ में अद्यावत आंकड़ेवारी नहीं दी. फिलहाल तीसरी लहर में मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इसलिए स्कूलें बंद है. शाला शुरु करने से पूर्व शिक्षकों को स्कूल में उपस्थित होते समय कोरोना जांच रिपोर्ट देनी पड़ेगी. इस दरमियान यह आंकड़ेवारी उपलब्ध हो सकेगी, यह जानकारी शिक्षण विभाग की ओर से दी गई.
* 4 प्रतिशत शिक्षकेत्तर कर्मचारी पॉजीटीव
1. शाला ऑफलाइन लेते समय अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका वाले शिक्षकेत्तर कर्मचारियों पर फिलहाल कोरोना बीमारी के कारण तनाव बढ़ा है.
2. जिले में चार प्रतिशत कर्मचारी कोरोना बाधित होने से वे फिलहाल गृह विलगीकरण में हैं. कुछेक ने नयी जांच किए जाने की बात दिखाई नहीं देती. मात्र उपलब्ध शिक्षकों की ऑफलाईन तो बाधितों की ऑनलाईन क्लासेस शुरु है.
* पीड़ित होने पर सप्ताहभर गैप
– फिलहाल स्कूल बंद है फिर भी शिक्षकों को हर रोज पूरे समय स्कूल में उपस्थित रहने के आदेश है. ऑनलाईन अध्यापन करने वालों को भी स्कूल में ऑनलाईन अध्यापन करना आवश्यक है.
– शिक्षकों को कोरोना पॉजीटीव होने की रिपोर्ट आने पर उन्हें कम से कम 7 दिन अस्पताल में या गृह विलगीकरण में रहना पड़ता है.
जि.प. शाला तहसीलनिहाय मंजूर व कार्यरत शिक्षक
अपडेट के अभाव में ऑनलाइन पढ़ाई
फिलहाल कितने शिक्षक पॉजीटीव हैं, इसकी आंकड़ेवारी उपलब्ध नहीं, मात्र कुछ दिनों में स्कूल शुरु हो रही है. इस बाबत आकडेवारी मिलेगी. फिलहाल विद्यार्थियों को ऑनलाइन पद्धति से शिक्षण दिया जा रहा है. विद्यार्थियों का गुट बनाकर पढ़ाया जा रहा है.
– एजाज खान, शिक्षणाधिकारी