अमरावती

टीईटी घोटाले में जिले के 10 शिक्षक शामिल

अनुदानित व बिना अनुदानित शालाओं के गुरूजी का समावेश

अमरावती- दि.24 – शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी टीईटी का बोगस प्रमाणपत्र प्राप्त करनेवालों में जिले के 10 शिक्षक शामिल रहने की जानकारी सामने आयी है. जिससे जिले के शैक्षणिक क्षेत्र में खलबली व्याप्त है. साथ बोगस प्रमाणपत्र रहनेवाले शिक्षकोें पर कार्रवाई होनी है. जिसके चलते इस घोटाले में शामिल शिक्षकोें की इस समय नींद उडी हुई है.
बता दें कि, राज्य में कुछ समय पूर्व टीईटी घोटाले की अच्छी-खासी गूंज रही तथा कुछ दिन पूर्व ही इस घोटाले में शामिल रहनेवाले शिक्षकों का वेतन बंद करने का निर्णय भी लिया गया. पता चला कि, जितने शिक्षकों ने टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण की है, उनमें से 7 हजार 880 शिक्षकों के प्रमाणपत्र नकली है. इनमें अमरावती जिले से मराठी माध्यमवाले 2 तथा उर्दू माध्यमवाले 8 शिक्षकों का समावेश है. ज्ञात रहे कि, राज्य परीक्षा परिषद द्वारा 2019-20 में शिक्षक पात्रता परीक्षा ली गई थी. जिसमें बडे पैमाने पर गडबडियां होने की जानकारी सामने आयी थी.

फर्जीवाडा पडेगा भारी, अब होगी कार्रवाई
बोगस प्रमाणपत्र की सूची में अमरावती जिले के 10 शिक्षकों का भी नाम शामिल है. जिसमें अनुदानित शाला के 1 तथा बिना अनुदानित शाला के 9 शिक्षकों का समावेश है. जिसमें से 2 शिक्षक मराठी और 8 शिक्षक उर्दू माध्यम से वास्ता रखते है. इन शिक्षकों में वरूड तहसील के 2, तिवसा तहसील के 1 तथा अमरावती तहसील के 7 शिक्षक शामिल रहने की बात शिक्षा विभाग द्वारा स्पष्ट की गई है. जिन पर अब वरिष्ठों के दिशानिर्देशों के मुताबिक कार्रवाई की जायेगी, ऐसा पता चला है.

59 प्रमाणपत्रों की जांच
टीईटी परीक्षा घोटाले में शामिल होकर फर्जीवाडा करनेवाले शिक्षकों की सूची जिला परिषद के शिक्षा विभाग को प्राप्त हुई. इससे पहले वरिष्ठों के आदेशानुसार जिला परिषद के शिक्षा विभाग ने 59 शिक्षकों के प्रमाणपत्र जांच-पडताल हेतु प्रस्तुत किये थे. जिसमें जिला परिषद, निजी एवं नगर परिषद शालाओं के शिक्षकों का समावेश रहा.

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