अमरावती

महाराष्ट्र ग्राम दर्पण के माध्यम से 10 हजार महिलाओं को मिला रोजगार

बचत गुट ने शाला शुरु कर छात्रों को ज्ञानदान का पढ़ाया पाठ

अमरावती/दि.21 – कोरोना महामारी के चलते लॉकडाऊन के कारण हजारों लोगों की नौकरी चली गई. उद्योग बंद रहने से उन्हें लाखों रुपए का आर्थिक नुकसान सहन करना पड़ा. ऐसे में परिवार का उदरनिर्वाह कैसे किया जाये, ऐसा प्रश्न पुरुषों के सामने निर्माण हुआ था. जिसके चलते महाराष्ट्र ग्राम दर्पण के माध्यम से महिलाओं ने पुरुषों के साथ मिलकर घर के सदस्यों को आर्थिक राहत दिलाई. बचत गुट की महिलाओं ने गृह उद्योग पर निर्भर न होकर शाला शुरु करने तक का काम कर छात्रों को ज्ञानदान का पाठ पढ़ाया है.
महाराष्ट्र ग्राम दर्पण की स्थापना 24 वर्ष पूर्व प्रधानसचिव रविराज देशमुख ने की थी. अगले वर्ष संस्था का महोत्सवी वर्ष है. 24 वर्ष पूर्व ग्रामीण स्तर पर काम करते समय 150 लोगों की टीम तैयार की गई, जिसमें 25 से 30 उच्च विद्या विभूषित लोगों का समावेश होने से उन्होंने समय-समय पर मार्गदर्शन किया. इसी माध्यम से देशमुख ने महिलाओं को रोजगार देने की शुरुआत की. गांव गांव में बचत गुटों की स्थापना की गई.
विशेष बात यह है कि महिलाओं को केवल उद्योग के लिए ही कर्ज देकर उन्हें आर्थिक रोजगार प्राप्त करने हेतु मार्गदर्शन किया गय. महिलाएं भी स्वयंस्फूर्ति से ग्राम दर्पण की ओर बढ़ने लगी है. महिलाओं ने दुग्ध, मत्स्य व्यवसाय के साथ ही स्वयं का प्रोडक्शन करना भी शुरु कर दिया.भूमिहीन परिवार की महिलाओं को बचत गुटों में प्राथमिकता से शामिल किया गया. इस बचत गुट में करीबन 10 हजार महिलाएं आर्थिक रोजगार प्राप्त कर रही है. महाराष्ट्र ग्राम दर्पण केवल महाराष्ट्र तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अन्य राज्य की महिलाओं को भी प्रशिक्षित करने का काम किया जा रहा है. कोरोना काल में भी 130 महिला बचत गुटों की स्थापना कर 13100 महिलाओं को रोजगार देने का काम किया गया.
विशेष बात यह है कि कोरोना काल में जहां अन्य बचत गुटों की महिलाओं ने कर्ज नहीं भरा, वहीं दूसरी ओर इस बचत गुट की महिलाओं ने शत-प्रतिशत कर्ज अदा किया है. बचत गुटों के साथ ही महाराष्ट्र ग्राम दर्पण संस्था ने परिवार कल्याण व नियोजन जनजागृति, एड्स जनजागृति, हेपेटाइटिस बी टीकाकरण, शिविर, स्वास्थ्य जांच शिविर के अलावा सामाजिक कार्य पौधारोपण, जल जीवन मिशन, पानी बचाओ पानी अडाओ कामों में भी काम किया है. इसके अलावा पौढ़ शिक्षा क्षेत्र वाली महिलाओं के बचत गुट, जिला ग्रामीण विकास यंत्रणा, शोषित महिलाओं के लिए स्वाधार योजना अंतर्गत प्रकल्प तैयार करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है.

अन्य राज्य में पहुंचेगी ग्राम दर्पण

महाराष्ट्र ग्राम दर्पण महाराष्ट्र के साथ ही अब अन्य राज्यों में भी काम करेगी. जल्द ही मध्यप्रदेश में शासकीय अधिकारियों के साथ दर्पण के विशेषज्ञों की टीम जल जीवन मिशन के माध्यम से लोगों को पानी का महत्व समझाएगी. इस काम के लिए जलापूर्ति समिति को प्रशिक्षण देकर लोगों में जनजागृति निर्माण की जाएगी. संस्था को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम करने का भी अवसर शीघ्र ही मिलेगा.
– रविराज देशमुख, प्रधान सचिव महाराष्ट्र ग्राम दर्पण

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