अमरावती /दि.21– हमेशा ही हंसती-खेलती रहने वाली वेदिका वानखडे नामक 10 वर्षीय बच्ची कैंसर की बीमारी के चलते जिंदगी की जंग हार गई और उसने विगत 19 अक्तूबर को सावंगी मेघे के अस्पताल में दम तोड दिया.
पता चला है कि, राजहील नगर में रहने वाली वेदिका वानखडे दस्तुर नगर स्थित फुलबाग प्राथमिक शाला की छात्रा थी और हमेशा हंसती-खेलती रहती थी. करीब 10-12 दिन पहले वेदिका वानखडे को अचानक ही तेज बुखार आया. जिसके चलते उसे डॉक्टर को दिखाते हुए उसका इलाज करना शुरु किया गया. लेकिन इलाज का कोई फायदा नहीं हो रहा था.
ऐसे में डॉक्टर ने उसकी कुछ टेस्ट करवाने की सलाह दी. जिसके बाद 3 दिन पहले ही टेस्ट रिपोर्ट के जरिए पता चला कि, वेदिका को ब्लड कैंसर है. साथ ही वह कैंसर की लास्ट स्टेज पर है. ऐसे में अंतिम प्रयास के तौर पर उसे तुरंत ही सावंगी मेघे के अस्पताल में भर्ती कराया गया तथा उसकी जान बचाने के लिए हर संभव दौडभाग की गई. परंतु नियती के आगे सारे प्रयास नाकाम रहे तथा 19 अक्तूबर को वेदिका वानखडे ने कैंसर के आगे हार मानते हुए सबको नाउम्मीद कर दिया. जब सावंगी मेघे के अस्पताल वेदिका वानखडे ने अपनी आखिरी सांस ली. वेदिका के परिवार में दादा-दादी, माता-पिता व चाचा-चाची है. जिन पर 10 वर्षीय वेदिका के यूं अचानक चले जाने की वजह से दुखों का पहाट टूट पडा है.